देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) ने कोरोना संक्रमितों की मदद का बीड़ा अपने कंधे पर उठाया है। दरअसल, गुजरात के अहमदाबाद जिले में आरएसएस कार्यकर्ताओं ने एक बड़ा कदम उठाया है। यहाँ शहर के सिविल अस्पताल में बने सबसे बड़े 1200 बेड के स्पेशल कोविड अस्पताल में आरएसएस कार्यकर्ता मरीजों की सेवा में जुटे हैं। सूरत में भी संघ कार्यकर्ता अस्पताल और श्मशान में सहयोग कर रहे हैं।
आरएसएस कार्यकर्ताओं ने कोरोना काल में लिया बड़ा फैसला
देश में कोरोना संकट के समय में आरएसएस कार्यकर्ता भी सेवा में लगे हैं। यह स्वयंसेवक अपनी जान की परवाह किए बिना 24 घंटे सिविल अस्पताल में बने स्पेशल कोविड अस्पताल में लोगों की सेवा कर रहे हैं। अहमदाबाद शहर के पूर्व और पश्चिम के 180 स्वयंसेवक सिविल अस्पताल में सेवा कर रहे हैं।
शुक्रवार को सुबह पहली पारी के 42 स्वयंसेवक की टुकड़ी पीपीई किट पहन कर अस्पताल में अपनी सेवा में लग गए। यह कार्यकर्ता ट्राएज, कोविड वोर्ड और अस्पताल के बाहर एंबुलेंस आदि को व्यवस्थित करने में लगे हैं।
सूरत सिटी सिविल अस्पताल में भी कर्मचारियों की कमी के चलते आरएसएस कार्यकर्ता 24 घंटे सेवा दे रहे हैं। इसी तरह भुज में संघमित्रा शाखा-सुखपर के सेविका समिति की कार्यकर्ता व बहनें श्मशान में कोविड शवों के अंतिम संस्कार में मदद कर रहे हैं।
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उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद में कोरोना की बेकाबू स्थिति होती जा रही है। गुरुवार को अहमदाबाद में कोरोना के 5142 रिकार्ड मामले सामने दर्ज किए गए, जबकि 23 लोगों की मौत हुई है। अब तक अहमदाबाद शहर में कोरोना संक्रमण मामलों की संख्या 1 लाख 16 हजार 288 हो चुकी है।