उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले की पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर लोगों से ऑनलाइन ठगी करने की घटना को अंजाम देते थे। पुलिस ने इस गिरोह का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। हालांकि, इस गिरोह के तीन आरोपी भी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल और एक एटीएम कार्ड बरामद किया है।
ट्रांसपोर्ट कंपनी बनाकर लोगों को लगाते थे चूना
आपराधिक घटना को अंजाम देने वाले इस गिरोह का खुलासा पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजीव कुमार वाजपेई ने शुक्रवार को बताया कि जलालाबाद क्षेत्र फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाला एक गिरोह सक्रिय था। उक्त गिरोह द्वारा कलकत्ता निवासी सत्येन्द्र कुमार सिन्हा से 45 सौ रुपये की ठगी की गई थी। पीड़ित द्वारा मामले की शिकायत दर्ज कराई गई।
एसपी ग्रामीण के अनुसार, जलालाबाद प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह ने गिरोह का खुलासा करते हुए गुरगवां निवासी शिवांशु दीक्षित तथा खखुड़ी निवासी सूरज को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से दो मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड बरामद हुए है। आरोपियो के तीन साथी शिवम, विकास और अंकित फरार है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ठगो ने आल इंडिया ट्रांसपोर्ट सर्विस व हिन्दुस्थान ट्रांसपोर्ट के नाम फर्जी फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी बना रखी है और जस्ट डायल व गूगल पर उक्त कंपनी के नाम पर फोन नम्बर अपलोड कर रखे है। गाड़ी की आवश्यक्ता होने पर लोग गूगल व जस्ट डायल पर नम्बर खोजते है और नम्बरों पर बात करते है।
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इसके बाद यह लोग फोन करने वाले को गाड़ी का नम्बर, वाहन चालक उसके लाइसेंस आदि की फोटो व्हाट्स एप्प पर देते है और एडवान्स के नाम पर कुछ पैसे अपने खाते मे डलवा लेते है। उन्होंने बताया कि फरार तीनो आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है।