रिलायंस इंडस्ट्रीज का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन, Q2 में शुद्ध लाभ 14.3% बढ़कर ₹22,092 करोड़

 

मुंबई। भारत की दिग्गज कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) में शानदार वित्तीय नतीजे दर्ज किए हैं। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ (PAT) पिछले वर्ष की तुलना में 14.3% बढ़कर ₹22,092 करोड़ ($2.5 बिलियन) तक पहुंच गया। यह मजबूत वृद्धि मुख्य रूप से रिलायंस के उपभोक्ता-केंद्रित व्यवसायों जियो और रिलायंस रिटेल के बेहतरीन प्रदर्शन से प्रेरित है।

तिमाही के दौरान, कंपनी का कुल समेकित राजस्व 9.9% की वृद्धि के साथ ₹2,83,548 करोड़ ($32.0 बिलियन) रहा। परिचालन दक्षता बढ़ने के कारण EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास से पहले की कमाई) भी 14.6% बढ़कर ₹50,367 करोड़ ($5.7 बिलियन) हो गया, जिसमें O2C सेगमेंट ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

 

जियो प्लेटफॉर्म्स: 5G और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड का दबदबा

 

रिलायंस जियो ने इस तिमाही में अपनी वृद्धि की रफ्तार बनाए रखी। जियो प्लेटफॉर्म्स का EBITDA 17.7% बढ़कर ₹18,757 करोड़ और शुद्ध लाभ 12.8% बढ़कर ₹7,379 करोड़ दर्ज किया गया।

  • ग्राहक आधार 50 करोड़ के पार: जियो ने इस तिमाही में 83 लाख नए ग्राहक जोड़े, जिससे उसका कुल ग्राहक आधार अब 50.64 करोड़ हो गया है।
  • 5G क्रांति: जियोट्रू5G ग्राहकों की संख्या बढ़कर 23.40 करोड़ हो गई है, और यह नेटवर्क अब कुल वायरलेस ट्रैफ़िक का लगभग 50% संभाल रहा है।
  • ARPU में उछाल: ग्राहकों की बढ़ती भागीदारी के साथ औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) बढ़कर ₹211.4 हो गया है।
  • होम ब्रॉडबैंड में रिकॉर्ड वृद्धि: जियो की फिक्स्ड ब्रॉडबैंड सेवा ने इस तिमाही में हर महीने 10 लाख घर जोड़े, कुल परिसर 2.30 करोड़ तक पहुंच गए। जियो एयरफ़ाइबर का सब्सक्राइबर बेस बढ़कर 95 लाख हो गया है।
  • डेटा खपत: प्रति ग्राहक डेटा कन्ज़ंप्शन अब रिकॉर्ड 38.7 GB/प्रतिमाह हो गया है।

 

रिलायंस रिटेल ने जारी रखा शानदार प्रदर्शन

 

रिलायंस रिटेल ने भी दमदार प्रदर्शन किया है। तिमाही में उसका राजस्व 18.0% की सालाना वृद्धि के साथ ₹90,018 करोड़ रहा।

  • EBITDA और मार्जिन: रिटेल EBITDA 16.5% बढ़कर ₹6,816 करोड़ रहा, जिसमें EBITDA मार्जिन 8.6% रही।
  • नेटवर्क विस्तार: कंपनी ने अपनी भौतिक उपस्थिति को और मजबूत करते हुए इस तिमाही में 412 नए स्टोर खोले। रिलायंस रिटेल के पास अब 19,821 स्टोर का नेटवर्क है।
  • ग्राहक जुड़ाव: रजिस्टर्ड ग्राहकों की संख्या बढ़कर 36.90 करोड़ हो गई, जो ग्राहकों के बीच इसकी बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। जियो मार्ट क्विक के एवरेज डेली ऑर्डर में 42% की तिमाही-दर-तिमाही और 200%+ की सालाना वृद्धि दर्ज की गई।

 

O2C और ऊर्जा कारोबार का प्रदर्शन

 

O2C (ऑयल-टू-केमिकल्स) व्यवसाय का राजस्व 3.2% बढ़कर ₹160,558 करोड़ रहा, जबकि इसका EBITDA 20.9% की वृद्धि के साथ ₹15,008 करोड़ हो गया। ट्रांसपोर्टेशन फ्यूअल क्रैक्स (Transportation Fuel Cracks) में तेज़ी और पॉलिमर मार्जिन में सुधार के कारण यह वृद्धि हुई। जियो-बीपी नेटवर्क ने 236 नए आउटलेट जोड़े, जिससे हाई स्पीड डीज़ल (HSD) की बिक्री में 34% और मोटर स्पिरिट (MS) की बिक्री में 32% की वृद्धि हुई।

हालांकि, ऑयल एंड गैस सेगमेंट का EBITDA मामूली रूप से 5.4% कम होकर ₹5,002 करोड़ रहा, जो केजीडी6 में प्राकृतिक रूप से गैस प्रोडक्शन में कुछ कमी और कम कंडेनसेट मूल्य प्राप्ति के कारण हुआ।

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस तिमाही में मजबूत पूंजीगत व्यय जारी रखा, जो ₹40,010 करोड़ रहा। 30 सितंबर 2025 तक कंपनी का शुद्ध ऋण मामूली रूप से बढ़कर ₹118,545 करोड़ हो गया।