बीते वर्ष सीएए-एनआरसी के खिलाफ दिल्ली में हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान तमंचा लहराते हुए फायरिंग करने वाला रामभगत गोपाल एक बार फिर मीडिया की सुर्ख़ियों में छाया हुआ है। दरअसल, विशेष धर्म के खिलाफ अभद्र और भड़काऊ बयानबाजी करने की वजह से गिरफ्तार रामभगत को अदालत ने तगड़ा झटका दिया है। गुरुग्राम की एक अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए रामभगत की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
भड़काऊ बयानबाजी करने की वजह से गिरफ्तार हुआ था रामभगत
अपना फैसला सुनाते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद सगीर ने कड़े शब्दों में कहा कि जो लोग इस तरह के सांप्रदायिक रूप से आरोपित भाषण देते हैं और असमंजस की स्थिति पैदा करते हैं, वह देश के लिए कोविड महामारी से अधिक हानिकारक हैं।
गुरुग्राम कोर्ट ने रामभगत गोपाल की जमानत याचिका पर अपना आदेश सुनाते हुए कहा कि धर्म या जाति के आधार पर अभद्र भाषा आजकल फैशन बन गई है और पुलिस भी ऐसी घटनाओं से निपटने में असहाय प्रतीत होती है। इस तरह के लोग जो नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, वास्तव में इस देश को महामारी से अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाले गोपालभगत को तब गिरफ्तार किया गया था जब जब उसने कथित तौर पर एक विशेष धर्म को निशाना बनाकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। आरोप है कि उसने विशेष धार्मिक समुदाय की लड़कियों का अपहरण करने और उस समुदाय के लोगों को भड़काने के लिए भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया था।
बीते वर्ष सीएए-एनआरसी के खिलाफ दिल्ली में हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान तमंचा लहराते हुए फायरिंग करने वाला रामभगत गोपाल एक बार फिर मीडिया की सुर्ख़ियों में छाया हुआ है। दरअसल, विशेष धार्मिक समुदाय के खिलाफ अभद्र और भड़काऊ बयानबाजी करने की वजह से गिरफ्तार रामभगत को अदालत ने तगड़ा झटका दिया है। गुरुग्राम की एक अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए रामभगत की जमानत याचिका खारिज कर दी है।
अपना फैसला सुनाते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद सगीर ने कड़े शब्दों में कहा कि जो लोग इस तरह के सांप्रदायिक रूप से आरोपित भाषण देते हैं और असमंजस की स्थिति पैदा करते हैं, वह देश के लिए कोविड महामारी से अधिक हानिकारक हैं।
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गुरुग्राम कोर्ट ने रामभगत गोपाल की जमानत याचिका पर अपना आदेश सुनाते हुए कहा कि धर्म या जाति के आधार पर अभद्र भाषा आजकल फैशन बन गई है और पुलिस भी ऐसी घटनाओं से निपटने में असहाय प्रतीत होती है। इस तरह के लोग जो नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, वास्तव में इस देश को महामारी से अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाले गोपालभगत को तब गिरफ्तार किया गया था जब जब उसने कथित तौर पर एक विशेष धार्मिक समुदाय को निशाना बनाकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था। आरोप है कि उसने विशेष धार्मिक समुदाय की लड़कियों का अपहरण करने और उस समुदाय के लोगों को भड़काने के लिए भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल किया था।