उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की सत्तारूढ़ योगी सरकार के खिलाफ खड़े हुए संकल्प मोर्चा में फूट पड़ती नजर आ रही है। इसकी वजह सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर द्वारा बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ हुई वह बैठक है, जिसको राजभर ने मात्र एक शिष्टाचार भेंट करार दिया है। हालांकि इस मुलाक़ात के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने राजभर के खिलाफ बड़ा बयान दिया है।
राजभर के खिलाफ ओवैसी की एआईएमआईएम ने दिया बड़ा बयान
एआईएमआईएम के प्रवक्ता सैयद असीम वकार ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसे किसी भी मोर्चे का हिस्सा नहीं होगी जिसमें से बीजेपी की बू आती है।
असीम वकार ने ट्वीट कर कहा कि हम ऐसे किसी भी मोर्चे का हिस्सा नही बनेंगे जिसमें से बीजेपी की बू आती हैं। अगर राजभर भी बीजेपी के साथ गये तो हम उनको भी हरायेंगे और उनका विरोध भी करेंगे।
वकार ने आगे कहा कि बीजेपी से हाथ मिलाने वाले हमारे राजनीतिक दुश्मन हैं। मैं अपने मुस्लिम भाइयों को आश्वस्त कर रहा हूं कि बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने वाले हमारे राजनीतिक विरोधी हैं और जो बीजेपी को हराने के लिए लड़ रहे हैं, भले ही वे हमारे साथ न हों, हमारे राजनीतिक दोस्त हैं।
वकार के इस ट्वीट को को ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने रीट्वीट किया हैं।
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एआईएमआईएम प्रवक्ता के इस ट्वीट पर सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अपनियो प्रतिक्रिया भी दी है। उन्होंने एआईएमआईएम के भागीदारी संकल्प मोर्चा से अलग होने को नासमझी का फैसला करार दिया है। उन्होंने कहा है कि किसी को जबरदस्ती साथ नहीं रखा जा सकता। राजभर ने एआईएमआईएम प्रवक्ता आसिम वकार के भागीदारी संकल्प मोर्चा से नाता तोड़ने के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह गलतफहमी का बयान है और किसी को जबरदस्ती साथ नहीं रखा जा सकता, वह नासमझी का बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनका मन है और उनका विश्वास है, यदि उन्हें हमारा मोर्चा पसंद नहीं है और उन्हें ऐसा लगता है कि हम लोग बीजेपी के एजेंट हैं तो वह स्वतंत्र हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि वह बीजेपी को हराना चाहते हैं तो अकेले हरा सकते हैं।