कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर देश की संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का नारा था कि देश में 70 साल में कुछ नहीं हुआ इसलिए प्रधानमंत्री ने 70 साल में बनी पूंजी को बेचने का निर्णय कर लिया है। उन्होंने कहा कि गत सोमवार को वित्त मंत्री ने 70 साल में बनी संपत्तियों को बेचने का फैसला कर लिया।]
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर मढ़े गंभीर आरोप
राहुल गांधी और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने मंगलवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े किए। राहुल ने कहा कि केंद्र सरकार देश की पूंजी बेच रही है और कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को ध्यान में रखकर वह नीतियां बना रही है। उन्होंने कहा कि यह सीधे तौर पर आम जनता के भविष्य पर हमला है।
केरल के वायनाड से सांसद राहुल ने कहा कि सरकार हर क्षेत्र को निजी पूंजीपतियों के हाथ में सौंपने का मन बना चुकी है। यह निजीकरण की यह कोशिशें आर्थिक क्षेत्र में एकाधिकार कायम करने के लिए की जा रही है। ऊर्जा, दूरसंचार, कोयले की खदानें, हवाई अड्डे, उड्डयन क्षेत्र इन सबका निजीकरण एकाधिकार बनाने के लिए किया जा रहा है। सरकार की यह नीतियां भविष्य में बहुत नुकसान पहुंचाने वाली हैं।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि इसका सबसे बड़ा नुकसान छोटे और कुटीर उद्योगों को होने वाला है। छोटे और मंझले उद्योग जो रोजगार पैदा करने वाले हैं वह सब बंद हो जाएंगे और बेरोजगारी तेजी से बढ़ने लगेगी।