भूतभावन भगवान भोलेनाथ की नगरी उज्जयिनी नए स्वरूप में तैयार है। करीब डेढ़ सौ साल बाद महाकाल परिसर का जीर्णोद्धार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार शाम साढ़े छह बजे ‘श्रीमहाकाल लोक’ महाकाल को समर्पित करेंगे। इससे पहले वे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पूजा करेंगे और नंदी हाल में ध्यान भी करेंगे। इससे पहले मोदी ने केदारनाथ में भी ध्यान किया था। प्रधानमंत्री मोदी महाकाल मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिग के दर्शन व पूजन-अर्चन करेंगे, किंतु जलाभिषेक नहीं करेंगे। महाकाल मंदिर में शाम पांच बजे बाद ज्योतिर्लिग का जलाभिषेक निषेध है। मंदिर के मुख्य पंडित घनश्याम पुजारी षोडशोपचार पूजन अर्थात सोलह प्रकार के द्रव्यों से राजाधिराज महाकाल का पूजन करवाएंगे। पश्चात प्रधानमंत्री कुछ देर गर्भगृह के सामने नंदी हाल में ध्यान भी करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आह्वान पर इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए प्रदेशभर के मंदिरों में व्यवस्था की गई है। मंदिरों में दीपोत्सव आयोजित किया जाएगा। शंखनाद, भजन-कीर्तन सहित अन्य कार्यक्रम होंगे। घरों में द्वार पर दीप सजाए जाएंगे। उज्जैन में पिछले चार साल से ‘श्री महाकाल लोक’ के कार्य किए जा रहे थे। इस प्रकल्प के पहले चरण के कार्य पूरे हो गए हैं। अब पर्यटक-श्रद्धालु यहां आकर अनेक सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। यह संयोग ही है कि दो सिंहस्थ के बीच आया है। उज्जैन में वर्ष 2016 में सिंहस्थ हुआ था और अब वर्ष 2028 में होना है। इसके बीच लाखों पर्यटक श्री महाकाल लोक के लोकार्पण कार्यक्रम में आ रहे हैं।
श्री महाकाल लोक के बहाने भारत के धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटन के नक्शे पर उज्जैन एक प्रमुख स्थल के रूप में दर्ज होने जा रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने नई पर्यटन नीति का मसौदा तैयार किया है, जिसमें धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटन से निवेश में वृद्धि और रोजगार के अवसर बढ़ाने का उल्लेख है। मध्य प्रदेश इस दिशा में पहल कर अग्रणी प्रांत बना है।
कार्तिक मेला ग्राउंड उज्जैन में प्रधानमंत्री की सभा होगी। सभास्थल की सज्जा शिवमय थीम पर की जा रही है। विशेष ध्वनि, प्रकाश एवं सुगंध के माध्यम से मंदिर का वातावरण का निर्मित किया है। संतों के लिए अलग से मंच की व्यवस्था की गई है। गायक कैलाश खेर महाकाल स्तुति गान करेंगे। वहीं गांवों और शहरों में वार्ड के किसी प्रमुख मंदिर में धार्मिक आयोजन होंगे। जिसमें गांव या वार्डवासी शामिल होंगे। सभी स्थानों पर एलइडी स्क्रीन लगाई जाएगी। प्रदेश के सभी सरकारी देवालयों में दीपमालाएं जलाकर रोशनी की जाएगी। टीकमगढ़ के बांदकपुर मंदिर, छतरपुर के जटाशंकर मंदिर सहित प्रदेश के बड़े मंदिरों में सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। भजन-पूजन, भंडारे की व्यवस्था भी होगी।
कोरोना काल में भी समीक्षा
श्रीमहाकाल लोक के कार्य समय पर पूरे हों। इसके लिए मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा करते रहे। यहां तक कि कोरोना काल में भी समीक्षा की गईं और विकास कार्य में आने वाली बाधाएं दूर की गईं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में प्रकल्प की स्वीकृति के बाद वर्ष 2018 से कार्य प्रारंभ हुए। वर्ष 2019 में कार्यों की गति धीमी पड़ी, जिसे मुख्यमंत्री ने वर्ष 2020 से तेजी दी। बैठकें और स्थल निरीक्षण का दौर शुरू हुआ। समीक्षा हुईं। जब मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पहले चरण के कार्य पूर्ण होने का ब्यौरा दिया तो प्रधानमंत्री ने लोकार्पण कार्यक्रम के लिए आने की सहमति दी।
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विदेश में भी श्रीमहाकाल लोक की गूंज
श्रीमहाकाल लोक के लोकार्पण की गूंज विदेश में भी सुनाई देगी। भाजपा के विदेश संपर्क विभाग ने यूएसए, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूके, यूएई, कनाडा, हालैंड, कुवैत सहित 40 देश के एनआरआइ को लोकार्पण कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की है। मध्य प्रदेश भाजपा ने इन एनआरआइ को कार्यक्रम की लाइव लिंक भेजी है। इतना ही नहीं, विदेश के मंदिरों में लोकार्पण के अवसर पर मनेगा उत्सव, मंदिरों में दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम भी बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इस तैयारी को लेकर वर्चुअल बैठक की गई। जिसमें इन देशों के एनआरआइ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, विदेश संपर्क विभाग के सह संयोजक सुधांशु गुप्ता शामिल थे।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
– दोपहर 3:35 बजे : प्रधानमंत्री अहमदाबाद हवाई अड्डे से रवाना होकर शाम 4:30 बजे इंदौर हवाई अड्डा पहुंचेंगे।
– 5:00 बजे : उज्जैन पुलिस लाइन हेलिपैड पर आगमन।
– 5:25 बजे : महाकाल मंदिर में आगमन, गर्भगृह में पूजा और नंदीहाल में ध्यान।
– 6:25 बजे : श्री महाकाल लोक आगमन।
– 6:32 बजे : संतों से भेंट एवं श्रीमहाकाल लोक का लोकार्पण।
– 6:36 बजे : श्रीमहाकाल लोक का भ्रमण एवं अवलोकन।
– 6:57 बजे : भारत माता मंदिर का दर्शन।
– 7:05 बजे : श्रीमहाकाल लोक से प्रस्थान।
– 7:12 बजे : हेलीकाप्टर से कार्तिक मेला ग्राउंड सभास्थल आगमन एवं जनसभा का संबोधन।
– 8:15 बजे : कार्तिक मेला ग्राउंड से हेलिपैड से प्रस्थान।
– 8:30 बजे : हेलिपैड पर आगमन तथा इंदौर के लिए प्रस्थान।
– 9:00 बजे : इंदौर हवाईअड्डे पर आगमन एवं वायुसेना के विमान से दिल्ली प्रस्थान