परिवहन विभाग लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में शराब पीकर तेज रफ्तार (ओवर स्पीड) से वाहन चलाने वालों पर शिकंजा कसने जा रहा है। इसके लिए इंट्रीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के जरिए ऑनलाइन चालान की तैयारी की जा रही है।
परिवहन विभाग के सड़क सुरक्षा सेल का आंकड़ा बताता है कि शराब पीकर तेज रफ्तार से वाहन चलाना युवाओं के जान का दुश्मन बनता जा है। बीते एक साल में नशे और तेज रफ्तार से वाहन चलाने की वजह से हुए हादसों में मरने वालों में 26 प्रतिशत युवा रहे हैं। इनमें 18 से 25 साल की आयु वर्ग के 4,241 लड़के, 748 लड़कियों की जान गई है। इसके बावजूद पूरे वर्ष में तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों के खिलाफ मात्र 2,962 चालान हुए हैं। जबकि शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई ही नहीं हुई है।
परिवहन विभाग के सड़क सुरक्षा सेल की वर्ष 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में 18 से 25 साल की आयु के 4,989 युवाओं ने सड़क हादसों में जान गंवाई हैं।
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नशा और तेज रफ्तार के चलते हुए हादसों में युवाओं की मौत के बढ़ते ग्राफ ने परिवहन विभाग को चिंता में डाल दिया है। इसीलिए बढ़ते हुए सड़क हादसों में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग अब इंट्रीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए ऑनलाइन चालान की तैयारी में है।
संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार का कहना है कि तेज रफ्तार और शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर जल्द शिकंजा कसा जाएगा। इसके लिए इंट्रीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए ऑनलाइन चालान की तैयारी है ।