हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के बयान पर गरमाई सियासत, पढ़ें क्या की थी पंजाब की आप सरकार पर टिप्पणी

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने पंजाब कैबिनेट और आप विधायकों को लेकर विवादित बयान दिया है। उनके इस बयान पर आप नेताओं और विधायकों ने चौटाला को आड़े हाथ ले लिया।

दरअसल, रणजीत चौटाला ने कहा कि पंजाब विधानसभा में मोबाइल रिपेयर करने वाले और आटो चलाने वाले पहुंच गए हैं। उन्होंने कभी विधानसभा नहीं देखी। उन्हें सरकार चलाना नहीं आता, जो कि बहुत ही जिम्मेदारी का काम है।

रणजीत चौटाला के इस बयान के बाद इंटरनेट मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। आम आदमी पार्टी के हरियाणा प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य डा. सुशील गुप्ता ने चौटाला को जवाब दिया कि आप चाहते हैं कि खानदान से बाहर का कोई व्यक्ति विधायक न बने। जल्द ही आपको जवाब मिल जाएगा।

बिजली मंत्री रणजीत चौटाला सिरसा जिले की रानियां विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं। वह उप प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल के छोटे बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के छोटे भाई हैं। निर्दलीय विधायकों की ओर से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार में उन्हें मंत्री बना रखा है।

चौटाला पहले कांग्रेस में थे और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खेमे में गिने जाते थे। अभी भी मौका मिलते ही वह हुड्डा के राजनीतिक कौशल को उभारने से नहीं चूकते। एक दिन पहले ही रणजीत चौटाला ने कहा था कि हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर कुमारी सैलजा अधिक दिन नहीं रहने वाली हैं, जबकि उन्हें खबर मिल रही है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा नए अध्यक्ष हो सकते हैं। हालांकि हुड्डा इस बात से इन्कार चुके हैं कि वह अध्यक्ष बनना चाहते हैं। हुड्डा कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में ही ठीक हैं।

रणजीत चौटाला ने शनिवार को कहा कि पंजाब की वित्तीय स्थिति बहुत दयनीय है। पंजाब की नई कैबिनेट पूरी तरह से अनुभवहीन है। इनका कोई राजनीतिक करियर भी नहीं है। सरकार चलाना एक जिम्मेदारी का काम होता है, जबकि पंजाब कैबिनेट में शामिल 90 प्रतिशत विधायकों ने कभी विधानसभा ही नहीं देखी।

शासन-प्रशासन चलाने के लिए अनुभव जरूरी होता है। रणजीत चौटाला ने एक ट्वीट में भी अपनी भावना जाहिर की। उनकी यह राय तब सामने आई, जब आप प्रभारी डा. सुशील गुप्ता और हाल ही में आप में शामिल हुए पूर्व मंत्री चौधरी निर्मल सिंह चंडीगढ़ में थे। निर्मल सिंह और उनकी बेटी चित्रा सरवारा शुक्रवार को नई दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष पार्टी में शामिल हुए हैं।

आप प्रभारी डा. सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री राजा के बेटे को राजा बनाना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि खानदान से बाहर का कोई व्यक्ति एमएलए न बने। इस गलती को आप 75 साल से दोहरा रहे हैं। आम जनता को कमजोर न समझें। अब आम जनता के सांसद और विधायक बनने का समय आ गया है। आप लोगों को भी जनता की ताकत समझनी पड़ेगी, ताकि हिंदुस्तान का लोकतंत्र सही मायनों में मजबूत हो सके।

बिजली मंत्री के बयान पर पंजाब के पायल विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक चुने गए 47 साल के मनविंदर सिंह गियासपुरा ने जवाब दिया कि मंत्री का कहना ठीक है, हमनें कभी विधानसभा नहीं देखी। हमारे 12 एमएलए डाक्टर हैं, 14 एडवोकेट और 16 इंजीनियर हैं। भ्रष्टाचार को छोड़कर हमें पता है कि सरकार कैसे चलती है।

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दिल्ली की उत्तमनगर विधानसभा सीट से आप के विधायक नरेश बालयान ने कहा कि कोई बात नहीं मंत्री जी, यही घमंड है तो इंतजार कीजिए। मैं भी हरियाणा से ही हूं। क्या पता कोई मोबाइल रिपेयर वाला, आटो चलाने वाला या किसान ही आपको सबक सिखा दे। राजनीति को जो आपने बपौती समझ रखा है न, यह घमंड जल्द ही जनता से आपको दूर कर देगा।