नई दिल्ली: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उनकी होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि आजादी के बाद देश की संस्कृति और संस्कारों के साथ ही अनेक महान व्यक्तित्वों के योगदान को मिटाने का काम किया गया लेकिन आज देश उन गलतियों को ठीक कर रहा है.
‘कोई ताकत भारत को नहीं रोक सकती’
स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर इंडिया गेट पर उनकी होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2047 में स्वतंत्रता के सौवें वर्ष से पहले दुनिया की कोई भी ताकत देश को ‘नए भारत’ के निर्माण के अपने लक्ष्य को हासिल करने से नहीं रोक सकती. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें नेताजी बोस के ‘कैन डू’ और ‘विल डू’ की भावना से प्रेरणा लेते हुए आगे बढ़ना है.’
पहले की सरकारों की गलती सुधारेगी मोदी सरकार
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद देश की संस्कृति और संस्कारों के साथ ही अनेक महान व्यक्तित्वों के योगदान को मिटाने का काम किया गया.’ उन्होंने कहा, ‘स्वाधीनता संग्राम में लाखों-लाख देशवासियों की तपस्या शामिल थी लेकिन उनके इतिहास को भी सीमित करने की कोशिशें हुईं. लेकिन अब आजादी के दशकों बाद देश उन गलतियों को डंके की चोट पर ठीक कर रहा है.’
7 लोगों को दिए गए पुरस्कार
प्रधानमंत्री ने अलंकरण समारोह में वर्ष 2019, 2020, 2021 और 2022 के लिए ‘सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार’ भी प्रदान किए. समारोह के दौरान कुल 7 पुरस्कार प्रदान किए गए. केंद्र सरकार ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत में लोगों और संगठनों के अमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवा को पहचान देने और सम्मानित करने के लिए वार्षिक पुरस्कार की शुरुआत की है.
‘मोदी सरकार ने आपदा प्रबंधन पर दिया जोर’
मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने आपदा प्रबंधन को प्राथमिकता दी है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने राहत, बचाव और पुनर्वास पर जोर देने के साथ सुधार पर भी बल दिया है. हमने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को मजबूत किया, उसका आधुनिकीकरण किया, देश भर में उसका विस्तार किया. अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से लेकर योजना और प्रबंधन तक, सर्वश्रेष्ठ तौर तरीकों को अपनाया गया.’
होलोग्राम प्रतिमा का किया अनावरण
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘जिन्होंने भारत की धरती पर पहली आजाद सरकार को स्थापित किया था, हमारे उन नेताजी की भव्य प्रतिमा आज डिजिटल स्वरूप में इंडिया गेट के समीप स्थापित हो रही है. जल्द ही इस होलोग्राम प्रतिमा के स्थान पर ग्रेनाइट की विशाल प्रतिमा भी लगेगी.’ उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा लोकतांत्रिक संस्थाओं, वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाएगी और उन्हें प्रेरित करेगी.
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कुछ ऐसी है नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा
होलोग्राम प्रतिमा को 30,000 लुमेन 4K प्रोजेक्टर द्वारा संचालित किया जाएगा. एक अदृश्य 90% पारदर्शी होलोग्राफिक स्क्रीन इस तरह से लगाई गई है कि यह आगंतुकों को दिखाई नहीं देती. सरकार ने कहा है कि होलोग्राम का प्रभाव पैदा करने के लिए उस पर नेताजी की थ्रीडी तस्वीर लगाई जाएगी. इस प्रतिमा का आकार 28 फुट ऊंचा और 6 फुट चौड़ा है.