आखिरकार साल 2020 अब अलविदा ले चुका है और एक नए सवेरे के साथ नए साल का आगाज हो गया है। साल 2021 सबके लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। लोगों में इस साल को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है, उसकी सबसे बड़ी वजह है बीता साल सबके लिए ही दुखदायी और दर्दनाक साबित हुआ। लोग पिछले साल की दुखदायी यादों को भूलकर नई शुरुआत करने की कोशिश कर रहे है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों के नाम एक कविता लिखी है और ट्विटर पर उसे शेयर किया है।
पीएम मोदी ने इस कविता का शीर्षक ‘अभी तो सूरज उगा है’ दिया है और लोगों को एक नई उम्मीद की किरण जगाई है कि कई मुश्किलों से गुजरने के बाद नई रोशनी सभी के जीवन में आती है, रात के बाद एक नई सुभ का आगाज होता ही है। हालांकि अभी भी दुनिया के लोग कोरोना वायरस की समस्या से जूझ रहे हैं, कोरोना की रफ़्तार कम तो हुई है लेकिन अभी पूरी तरह थमी नहीं है। इन बातों के इतर फिर भी नए साल को लेकर लोगों में कई उम्मीदें हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की इस कविता को @mygovindia के ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कविता की पंक्तियों को लिखने के साथ-साथ कविता को अपनी आवाज भी दी है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के नाम ट्वीट कर नए साल की शुभकामनाएं दी हैं।
पीएम मोदी ने अपनी कविता में देशवासियों को नए साल की बधाई देते हुए कहा कि,
आसमान में सर उठा कर, घने बादलों को चीर कर,
रोशनी का संकल्प ले, अभी तो सूरज उगा है..
दृढ निश्चय के साथ चलकर,
दृढ निश्चय के साथ चलकर,
घोर अंधेरे को मिटाने अभी तो सूरज उगा है…
विश्वास की लौ जलाकर,
विश्वास की लौ जलाकर,
विकास का दीपक लेकर सपनों को साकार करने अभी तो सूरज उगा है…
न अपना न पराया, न अपना न पराया,
सबका तेज बनकर, सबका तेज बनकर अभी तो सूरज उगा है..
आग को समेटते, प्रकाश को बिखेरता,
चलता और चलाता अभी तो सूरज उगा है…
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि आपको नए साल की ढेर सारी शुभकामनाएं। यह वर्ष हमारे लिए अच्छा स्वास्थ्य, खुशियां और समृद्धि लेकर आए। उन्होंने आगे लिखा कि आशा और कल्याण की भावना प्रबल हो।
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बता दें कि कल रात 12 बजे से लोग 2021 का स्वागत कर रहे हैं। ये जश्न अगले एक हफ्ते तक जारी रहेगा और आशा है कि ये नया साल पिछले साल की तुलना में सकारात्मक और अच्छा अनुभव लेकर आए।