नई दिल्ली। राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को मनाने में जुटा हुआ है। बताया कि पार्टी के नेता राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी पायलट से बातचीत करके उन्हें मनाने का प्रयास कर रहे हैं, पर वह बातचीत के मूड में नहीं हैं।
वहीं अब कांग्रेस पार्टी ने बड़ा एक्शन लेते हुए सचिन को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। जयपुर के होटल फेयरमॉन्ट में हुई विधायक दल की बैठक में पायलट और बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव पास किया गया।
जिसके बाद सचिन पायलट को मंत्री पद से बर्खास्त किया गया। सचिन पायलट के अलावा विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्रिमंडल से बाहर निकाला गया है। गोविंद सिंह राजस्थान के नए प्रदेश अध्यक्ष बनाये गए है।
पार्टी का एक बड़े धड़े का कहना है कि पायलट के नखरे दरअसल समय काटने की एक जुगत है। ताकि बागी विधायकों की लिस्ट और लंबी की जा सके। कांग्रेस नेताओं को लगता है कि भले ही पायलट के पास पर्याप्त संख्या-बल न हो, मगर वह बीजेपी की मदद से गहलोत के खिलाफ खेमाबंदी कर सकते हैं। ऐसा कर वह राजनीतिक संकट के बीच बागी विधायकों की संख्या बढ़ाते रहेंगे। जो कि आगे जाके कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।