देश मे आतंकवाद और धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देने वाले मुस्लिम संगठन PFI पर नकेल कसने का काम शुरू हो चुका है. PFI पर गुरुवार को NIA का हंटर चला था. गुरुवार (22 सितंबर) की सुबह-सुबह NIA और ED ने देश के 15 राज्यों में स्थित PFI के ठिकानों पर छापा मारा. इस दौरान के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसियों ने PFI से जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. अब NIA ने PFI को लेकर जो रिपोर्ट पेश की है, वो डराने वाली है.

आतंकी पैदा करने में जुटा PFI
NIA ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि देश के अशिक्षित और बेरोजगार मुस्लिम युवकों को PFI बहकाकर आतंकी बनाने में जुटा है. NIA ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि कट्टर इस्लामिक संगठन ने मुसलिम युवाओं को आतंकी गुट में शामिल होने के लिए भड़काया है. ये कट्टरपंथी संगठन मुस्लिम युवकों को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और ISIS को ज्वाइन करने के लिए उकसाता है. इस संगठन के कारण भटके हुए युवाओं ने आतंक का रास्ता चुना है.
टारगेट पर थी PM मोदी की रैली
NIA ने 22 सितंबर को PFI से जुड़े जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उनसे पूछताछ जारी है. पूछताछ में PFI के मेंबर शफीक पैठ ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए. शफीक पैठ ने NIA को बताया है कि उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना रैली थी. रैली के दौरान माहौल बिगाड़ने की साजिश रची जा रही थी. इसकी पूरी तैयारी हो गई थी. इसके लिए बाकयदा बैनर- पोस्टर भी बनाए गए थे. बता दें कि इसी साल 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना में रैली थी.
PFI पर कार्रवाई से भड़के कट्टरपंथी
22 सितंबर की सुबह-सुबह NIA ने देशभर में PFI से जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था. NIA की इस कार्रवाई से देश में मौजूद कट्टरपंथी भड़क गए हैं. PFI के समर्थन में शुक्रवार को केरल और तमिलनाडु में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. केरल से लेकर तमिलनाडु तक जमकर तोड़फोड़ की गई. कोच्चि में सरकारी बसों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई. आज (शनिवार को) महाराष्ट्र के पुणे शहर में देशविरोधी नारेबाजी की. इस दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए. जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है.
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