कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन के बीच केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार की अगुआ बीजेपी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। बीजेपी को यह नुकसान पंजाब में हुए शहरी निकाय चुनाव में हुई। दरअसल, इस निकाय चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। अभी तक सामने आए नतीजों में अधिकतर सीटों पर कांग्रेस बाजी मारती नजर आ रही है। वहीँ, बीजेपी की स्थिति बद से बदतर नजर आई।
कई स्थानों पर बीजेपी का सूपड़ा साफ़
दरअसल, पंजाब में हुए शहरी निकाय चुनाव में मतदान बीते 14 फरवरी को हुआ था। बुधवार को इन वोटों की गिनती जारी है। सुबह आठ बजे से जारी वोटों की गिनती में बीजेपी को भारी झटका लगता नजर आ रहा है। स्थिति यह हो गई है कि कई जगह तो बीजेपी का सूपड़ा साफ़ होता नही नजर आ रहा है।
अबोहर नगर निगम चुनाव में कुल 50 वार्ड में से बीजेपी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई है। इन 50 सीटों में से कांग्रेस के खाते में 49 और बची हुई एक सीट पर अकाली दल ने जीत हासिल की है। वहीँ अगर होशियारपुर नगर निगम चुनाव की बात करें तो यहां के कुल 50 वार्ड में से कांग्रेस ने 41, बीजेपी ने 4, आप ने दो जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 सीटों पर अपना अधिपत्य जमाया है। इसके अलावा पंजाब के कई अन्य ऐसे नगर निगम क्षेत्र हैं, जहां बीजेपी का सूपड़ा साफ़ नजर आ रहा है.
माना जा रहा है की पंजाब में बीजेपी को हुए इस सियासी घाटे की एक मात्र वजह दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन है, जिसमें पंजाब के किसान बढचढ कर हिस्सा ले रहे हैं।
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आपको बता दें की इस चुनाव में कुल 2,252 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। वोटों की गिनती के लिए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बूथ कैप्चरिंग और झड़प के आरोपों के बीच, राज्य में 14 फरवरी को 39,15,280 मतदाताओं के मत डालने के साथ 71।39 प्रतिशत मतदान हुआ था।