उत्तर प्रदेश में चार माह बाद होने वाले वाले विधानसभा चुनाव के चलते सूबे में सियासी पारा काफी हाई है। इस चुनाव को जीतकर जहां बीजेपी अपनी सत्ता बचाने की कवायत में जुटी है। वहीं अन्य राजनीतिक दल बीजेपी के सियासी किले को ध्वस्त करने की जुगत तलाश रहे हैं। इसी क्रम में यूपी चुनाव में पहली बार शिरकत कर रही एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली इस सरकार को धराशाई करने का फार्मूला सुझाया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम-यादव कॉम्बिनेशन से बीजेपी को हराया नहीं जा सकता। बीजेपी को हराने के लिए A से Z कॉम्बिनेशन तैयार करना होगा। अगर वे (अखिलेश यादव) सोचेंगे कि 19% मुसलमान उनको वोट देता रहेगा और वे इन्हीं वोटों पर राजनीति करेंगे तो ऐसा नहीं हो सकता।
ओवैसी ने कहा कि हम ओम प्रकाश राजभर के भागीदारी संकल्प मोर्चा का हिस्सा हैं। हमने शिवपाल यादव के साथ उनके आवास पर दो बैठकें भी की थीं। हमने ओपी राजभर और शिवपाल यादव दोनों से कहा है कि हम बीजेपी-कांग्रेस को छोड़कर किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा कि पूरे यूपी में बीजेपी के खिलाफ आक्रोश है, हमारा मानना है कि अगर इस आक्रोश को बीजेपी की हार में बदलना है तो हमें मिलकर इनका सामना करना होगा। बीजेपी शासन के सभी मुद्दों पर विफल साबित हुई। एक साथ चुनाव लड़ेंगे तो फायदा होगा।
बता दें कि यूपी में 2022 के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं वैसे वैसे अब उत्तर प्रदेश में होने वाले सियासी गठबंधनों की तस्वीर भी कुछ साफ होती दिख रही है। जिस तरीके से पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने संकेत दिए हैं कि वह बीजेपी के साथ 2022 का चुनाव लड़ सकते हैं, उससे अब भागीदारी संकल्प मोर्चा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।