जोधपुर। शहर के चौथा पुल चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड में रहने वाली एक महिला को फोन पर केक का ऑर्डर लेना महंगा पड़ गया। शातिर ने पेटीएम के लिए कहा और व्हाट्सएप पर क्यूआर कोड को स्कैन करवाने के बाद खाते से 98 हजार 400 रूपए साफ कर डाले। पहले उसने पेटीएम के लिए 4 रूपए खाते में डाले। फिर वारदात को अंजाम दिया गया। घटना की जानकारी पुलिस के देरी से मिली। मगर फिर से पुलिस ने खाते से 14 हजार रूपए जाने से बचा लिए। अब देवनगर पुलिस इसकी जांच में जुटी है।
यह भी पढ़ें: भारतीय अक्षर के जाल में फंसी इंग्लिश टीम, चेन्नई टेस्ट में फेल हुए अंग्रेज
थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि 7बी 28 चौथा पुल चौपासनी हाऊसिंग बोर्ड निवासी पारूल पत्नी धीरेंद्र शर्मा की तरफ से यह रिपोर्ट दी गई है। इसमें बताया कि वह पार्थ नाम से बेकरी चलाती है। सोमवार को उसके मोबाइल पर किसी शख्स का फोन आया और आठ किलो का केक 17 फरवरी को बुक करवाया। इसके लिए रूपए उसने पेटीएम से भुगतान करने का कहा। तब शातिर ने उससे पेटीएम नंबर लेकर पहले खाते में 4 हजार रूपए डाले। मगर बाद में उसने व्हाट्सएप क्यूआर कोड को भेज कर उसे स्कै न करने को कहा गया।
इस पर पारूल ने उसके द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड को स्कैन किया तब खाते में चार रूपए आए। फिर शातिर ने दूसरी बार क्यूआर कोड भेजा तब उसके स्कैन किए जाने पर अलग अलग मदों में आठ दस बार में 98 हजार 400 रूपए निकाल लिए। शातिर ने फिर फोन बंद कर डाला। थानाधिकारी के अनुसार पारूल के आखलिया स्थित आईसीआईसीआई बैंक शाखा से यह रकम पार हुई है। वह बैक भी गई। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। तब पुलिस ने खाता ब्लॉक करवाने से उसके खाते से 14 हजार रूपए बचा लिए गए।