लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने शनिवार को कई आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। राजधानी लखनऊ के पुलिस कमिश्नर (CP) अमरेंद्र कुमार सेंगर बनाए गए हैं। उन्होंने एसबी सिरडकर की जगह ली है। वहीं प्रयागराज के नए कमिश्नर तरुण गाबा बनाए गए। उन्होंने रमित शर्मा की जगह ली।
ग़ौरतलब है कि लखनऊ के नवनियुक्त कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर लखनऊ के स्थानीय सांसद और देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के विशेष कार्याधिकारी (OSD) भी रह चुके हैं। रविवार को कमिश्नर का चार्ज लेने के बाद कमिश्नर अमरेंद्र सिंह सेंगर पहली बार मीडिया से रिजर्व पुलिस लाइन सभागार में मुख़ातिब हुए।
उन्होंने कानून व्यवस्था पर बात करते हुए कहा डकैत, माफिया और गुंडों से खुली जंग का एलान किया है। उन्होंने कहा कि समाज में सिर्फ अच्छे और बुरे लोग हैं। इनमें 90 प्रतिशत अच्छे लोग हैं बाकी गुंडे, माफिया और डकैत। हम ऐसे लोगों को कतई बख्शेंगे नहीं। साथ ही उन्होंने अपनी पुलिस बल को जनता के साथ शालीनता के साथ पेश आने की सख़्त हिदायत भी दी है।
अपराधियों पर शिकंजा प्राथमिकता
राजधानी लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर के लिए कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही अपराधियों पर शिकंजा कसना प्राथमिकता में होगा। नया लुक से फोन पर हुई वार्ता में उन्होंने कहा कि पुराने व नए बदमाशों को सूचीबद्ध कर उनके खिलाफ सिलसिलेवार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शांति-व्यवस्था बिगाड़ने वालों से पुलिस पूरी सख्ती से निपटेगी।
सेंगर के मुताबिक इसके अलावा हाईटेक पुलिसिंग उनकी प्राथमिकता पर होगी। इससे पहले आईजी कानून-व्यवस्था पर तैनाती के दौरान नई तकनीक व आधुनिक संसाधनों के साथ काम कर चुके अमरेन्द्र कुमार सेंगर के मुताबिक, राजधानी पुलिस को और अत्याधुनिक बनाया जाएगा। तकनीक की मदद से पुलिस शातिर अपराधियों पर नकेल कस सके। साथ ही बड़ी अनसुलझी घटनाओं में अलग से टीम बनाकर छानबीन कराई जाएगी, ताकि उनका जल्द राजफाश कराया जा सके।
आम जनता से शालीनता से पेश आएं पुलिसकर्मी…
नए पुलिस कमिश्नर बोले- पद की चुनौतियों का मुझे एहसास है। पुलिस को शालीनता और विनम्रता का पाठ पढ़ाते हुए यह आह्वान किया कि वह अपने व्यवहार में सुधार लाएं।अमरेन्द्र ने अबला नारी उपेक्षित और दबे-कुचलों के साथ पुलिस के सहयोग का भरपूर आश्वासन देते हुए कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी ने फरियादी से दुर्व्यवहार किया तो वह यह अक्षम्य होगा। वह पुलिस अधिकारियों और स्टेशन अफसरों की उपलब्धता, विश्वसनीयता और संवेदनशीलता के सहारे व्यवस्था सुधारेंगे और पहला सर्कुलर पुलिस को बेहतर व्यवहार के लिए जारी करेंगे।
पहेली बनी घटनाओं का होगा राजफाश, यातायात व्यवस्था होगी चुस्त-दुरुस्त
जो भी घटनाएं अभी तक नहीं खुली हैं उसके बारे में गहनता से पड़ताल कर खुलासा किया जाएगा। राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों और मार्गों को चिन्हित किया जाएगा और इसके लिए पुलिस की विशेष टीम का गठन किया जाएगा, ताकि यातायात व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रहेगी।
शासन ने उन पर विश्वास जताते हुए उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है, जिस पर खरा उतरने की उनकी हर कोशिश होगी। राजधानी की पुलिस मित्र पुलिस के रूप में अब पूरे देश में चर्चित होगी। राजधानी लखनऊ का पुलिस कमिश्नर बनने के साथ ही वह यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि बल को सकुशल नेतृत्व देने के हर समय तैयार रहेंगे।