उत्तर प्रदेश के अमेठी में गुरुवार को बीजेपी के बूथ पदाधिकारी की गोली मारकर हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव घर पहुंचा तो परिजनों ने ये कहकर शव के दाह संस्कार से इंकार कर दिया कि जब तक डीएम और सांसद नहीं आते शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
बता दें कि पिछले चार दिनों में जिले में हत्या की ये तीसरी वारदात है जिसमें दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में 4 दिनों में बीजेपी के दो नेताओं की हत्या हुई है।
जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के पूरे भुलई का पुरवा मजरे संग्रामपुर निवासी बृजेश सिंह (42) बुधवार देर शाम बाइक से पतऊ का पुरवा स्थित खेत की रखवाली करने निकले थे। देर रात तक वे घर वापस नहीं आए और गुरुवार सुबह पतऊ का पुरवा के समीप स्थित नहर पटरी के किनारे गुरुबचन सिंह के खेत के बगल बृजेश का शव पड़ा मिला था। सूचना मिलते ही परिजनों के साथ काफी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए थे। बृजेश के सिर व पीठ पर गोली लगी थी। परिजन आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, सुरक्षित सरकारी भूमि पर किए गए कब्जे को खाली कराने तथा उनकी लगातार मदद करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शव नहीं ले जाने पर अड़ गए। हालांकि बाद में एसपी द्वारा आरोपी दरोगा एमके सचान को निलंबित करने के साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी तथा सरकारी भूमि पर किए गए कब्जे को खाली कराने के आश्वासन के बाद शव उठा सका था।
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शुक्रवार को जब शव पोस्टमार्टम के बाद मृतक भाजपा नेता के घर पहुंचा तो परिजनों ने ये कहकर शव के दाह संस्कार से इंकार कर दिया कि जब तक डीएम और सांसद नहीं आते तब तक वो अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करें। मृतक के भाई कमलेश सिंह की तहरीर पर पुलिस ने इंद्र प्रकाश सिंह समेत चार के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों की गिराफ्तारी के लिए एसओजी समेत कई टीमें गठित की गई है।