जम्मू कश्मीर के पुंछ क्षेत्र में इसी महीने हुई उस मुठभेड़ को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें भारतीय सेना के 9 जवान शहीद हो गए थे। दरअसल, एलओसी पर हुई इस मुठभेड़ की जिम्मेदारी लेते हुए एक नए आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने वीडियो जारी किया है। आतंकियों द्वारा जारी किये गए 8 मिनट के इस वीडियो ने कई बड़े खुलासे किये हैं। बताया जा रहा है कि इस वीडियो को टेलीग्राम एप के माध्यम से कई चैनलों पर साझा किया गया है।
आतंकी संगठन ने वीडियो जारी कर दी जानकारी
एक न्यूज पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, इस वीडियो में एक आतंकी ने कश्मीरी बोली में 11 अक्टूबर के आसपास की घटनाओं के विषय में बताया है। वीडियो में दावा किया गया है कि दो अज्ञात आतंकवादियों ने अगले दिन (11 अक्टूबर) सुबह अपने डेरे पर घात लगाने से पहले लगभग 10 घंटे तक सेना के एक गश्ती दल को ट्रैक किया था।
वीडियो में जो सारी बाते बता रहा है, उसे स्ट्राइक टीम के नेता के रूप में पहचाना जा रहा है। वह वीडियो में कहता है, 11 अक्टूबर को शाम लगभग 4।30 बजे चमेरर गली पार की। आतंकवादियों ने यह भी दावा है कि वे हरजीत सिंह के रूप में पहचाने जाने वाले भारतीय सेना के जवान से एक बैग ले गए, जिसमें हाथ से लिखा पहचान पत्र, इंस्टेंट नूडल्स का पैकेट, वेफर्स और एक पर्सनल ग्रूमिंग किट था।
हालांकि, भारतीय सेना ने इस वीडियो को प्रचार का अपरिपक्व प्रयास बताया है। सेना सूत्रों का कहना है कि सिपाही हरजीत सिंह जीवित था और उसके पास उसका आईकार्ड भी नहीं था। सेना ने कहा है कि वीडियो में कोई सच्चाई नहीं है। इसके बावजूद, हम जमीनी स्तर पर चीजों का सत्यापन करा रहे हैं।
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आपको बता दें कि बीते 11 अक्टूबर के दिन पुंछ क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान 9 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। शहीद हुए जवानों की पहचान जसविंदर सिंह, मनदीप सिंह, गज्जन सिंह, सराज सिंह और वैशाख एच के रूप में हुई थी। इसके बाद सेना ने 14 अक्टूबर को बताया कि सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के शव बरामद किए गए, जबकि राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और एक अन्य मुठभेड़ में योगंबर सिंह मारे गए हैं। इस घटना के बाद सेना सेना के आतंकियों के खिलाफ एक नई मुहीम की शुरुआत करते हुए पुंछ के घने जंगलों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।