बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल के घर पर पिछले महीने एनसीबी ने छापेमारी की थी, जहां एजेंसी को एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रतिबंधित दवाईयां मिली थीं। जिसे लेकर अर्जुन रामपाल से लगातार पूछताछ जारी है। इसी क्रम में सोमवार को बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन रामपाल से छह घंटे तक पूछताछ की गई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अपने दफ्तर पर ही अर्जुन रामपाल से ड्रग मामले को लेकर पूछताछ की। एनसीबी ने अर्जुन पर दवाओं की तारीखों से छेड़छाड़ को लेकर शक जाहिर किया है। एजेंसी ने कहा कि अभिनेता ने अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से गैरकानूनी तरीके से उस दवाई के लिए बैकडेटेड प्रेसक्रिप्शन का इंतजाम किया था।
एनसीबी ने जताया शक
बता दें कि एनसीबी के एक्टर के घर पर छापेमारी करने के बाद 13 नवंबर को अर्जुन रामपाल से लगभग सात घंटे पूछताछ की गई थी और दवाईयों के अलावा एक दर्जन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले लिए गए थे। अर्जुन रामपाल ने मीडिया को बताया कि उन्होंने एनसीबी को एक विशेष दर्द निरोधक दवा के प्रेसक्रिप्शन को भी सौंप दिया है। यह प्रेसक्रिप्शन दिल्ली के मनोचिकित्सक डॉक्टर रोहित गर्ग की ओर से जारी किया गया था। जबकि एजेंसी को लगता है कि यह प्रेसक्रिप्शन पिछली तारीखों पर मामले की जांच शुरू होने के बाद बनवाया गया है।
वहीं अर्जुन रामपाल के डॉक्टर ने कहा कि ‘यह मामला उप न्यायिक है। मैं किसी भी बात का खुलासा नहीं कर सकता। हालांकि मैंने एनसीबी के साथ सभी जरूरी जानकारी साझा कर दी है और मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करा दिया है।’ जबकि डॉक्टर रोहित गर्ग ने कहा कि ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं एजेंसी के साथ पूरा सहयोग बनाकर रखूं। एक बयान में डॉक्टर गर्ग ने बताया कि उन्हें इस जांच की जानकारी नहीं है। डॉक्टर गर्ग से अर्जुन रामपाल के एक रिश्तेदार ने एक कॉमन दोस्त के जरिए मुलाकात की थी। रिश्तेदार ने कहा था कि एंजायटी की समस्या है और उसे बैकडेटेड प्रेसक्रिप्शन चाहिए।
जांच के दौरान, एनसीबी को जानकारी मिली है कि दवाई की तारीख के साथ छेड़छाड़ की गई है। एनसीबी के सूत्रों की माने तो अर्जुन रामपाल ने एजेंसी के सवाल जवाब से बचने के लिए उसी प्रेसक्रिप्शन का इस्तेमाल किया था। अगर एजेंसी को इस बात को लेकर कोई पुख्ता सबूत मिलते हैं तो अर्जुन रामपाल की मुश्किलें काफी बढ़ जाएंगी।
यह भी पढ़ें: रकुल प्रीत सिंह आई कोरोना की चपेट में, पोस्ट शेयर कर इंस्टाग्राम पर कही ये बात
बढ़ सकती है अर्जुन रामपाल की मुश्किलें
बता दें कि इससे पहले भी एनसीबी ने 16 दिसंबर को अर्जुन को पूछताछ के लिए बुलाया था, मगर वो हाजिर नहीं हुए थे। रिपोर्ट्स आई कि अपने लॉयर के माध्यम से उन्होंने 22 दिसंबर तक का समय मांगा है। गौरतलब है कि जून में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद एनसीबी ने मादक पदार्थ संबंधी व्हॉट्सएप चैट के आधार पर बॉलीवुड में मादक पदार्थों के कथित उपयोग की जांच शुरू की थी।