पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से इस्तीफा मांग लिया था। सिद्धू अब पद से इस्तीफा दे चुके हैं, लेकिन एक बार फिर पार्टी की कमान लेने के लिए उन्होंने जोड़तोड़ शुरू कर दिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू आज अपने समर्थकों के साथ लुधियाना में पूर्व विधायक राकेश पांडे के घर पर बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में 16 पूर्व व वर्तमान विधायक सहित 30 नेता पहुंचे। इस मीटिंग में नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेसी लीडरशिप में अपना आधार तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। बैठक में सुखपाल सिंह खैहरा भी शामिल हुए।
सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि संगठन मजबूत करने के लिए मीटिंग थी। उन्होंने कांग्रेस में गुटबाजी से इन्कार किया। कहा कि अलग-अलग बैठक नहीं हो रही है। जहां भी बैठक हो रही है वहां सिर्फ कांग्रेस को मजबूत करने के लिए विचार-विमर्श हो रहा है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के मुलाजिमों को केंद्र के अधीन लेने का फैसला गलत है और कांग्रेस इसकी पुरजोर निंदा करती है। उन्होंने कहा कि यह सोची समझी साजिश के तहत किया गया। उधर, पूर्व विधायक राकेश पांडे ने कहा कि लुधियाना और आसपास के शीर्ष नेताओं की मीटिंग बुलाई गई थी।
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बता दें, सुखपाल सिंह पहले कांग्रेस में थे, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव से पूर्व वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में वह नेता प्रतिपक्ष भी रहे, लेकिन ड्रग मामले में घिरने के कारण आम आदमी पार्टी ने सुखपाल सिंह खैहरा को नेता प्रतिपक्ष पद से हटा दिया।