मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी (सपा) – राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) गठबंधन के उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। लेकिन दिल्ली की सीमाओं पर एक साल से अधिक समय तक चले गैर राजनीतिक किसान आंदोलन को लेकर सवाल खड़े होने लगे तो उन्होंने यूटर्न ले लिया। दरअसल, नरेश टिकैत ने रविवार को सिसौली में लोगों को संबोधित करते हुए सपा-रालोद गठबंधन के उम्मीदवार राजपाल बालियान के समर्थन में वोट देंने को कहा था।
टिकैत का यूटर्न
नरेश टिकैत का सपा-रालोद गठबंधन उम्मीदवार के समर्थन में वोट देने की अपील वाला वीडियो वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया। जिसे देखते हुए उनके स्वर बदल गए। उन्होंने कहा कि हम चुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपने बयान को ही गलत ठहरा दिया और कहा कि हम कुछ ज्यादा ही बोल पड़े थे, जो गलत है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ही सर्वोपरि है। अगर हम उससे अलग जाते हैं तो वे हमें अलग भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमसे मिलने वाले हर दल का स्वागत है, लेकिन हम किसी भी दल का समर्थन नहीं करते हैं। दरअसल, उन्होंने सपा-रालोद गठबंधन उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान करते हुए कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि राज्य के लोग समर्थन देंगे।
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रालोद ने उम्मीदवारों का किया ऐलान
सपा-रालोद गठबंधन के तहत शनिवार को उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी हुई थी। इस सूची में सभी सातों उम्मीदवार जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले रालोद के सदस्य हैं। इस गठबंधन ने मुजफ्फरनगर जिले के बुढाना विधानसभा सीट से राजपाल बालियान और मीरापुर से चंदन चौहान को, शामली जिले की थाना भवन सीट से अशरफ अली को, गाजियाबाद जिले के मुरादनगर से सुरेंद्र कुमार मुन्नी, बुलंदशहर के शिकारपुर से किरण पाल सिंह, अलीगढ़ जिले की बरौली सीट से प्रमोद गौर और इगलास से बीरपाल सिंह दिवाकर को मैदान में उतारा है। इससे पहले सपा-रालोद गठबंधन ने 29 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। जिसमें सपा के 10 और रालोद के 19 उम्मीदवारों की घोषणा हुई थी।