गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर के आसपास अब एक भी मुस्लिम नहीं रह सकेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा की दृष्टि से गोरखनाथ मंदिर के दक्षिण-पूर्व स्थित अल्पसंख्यक के 11 घर को खाली कराया जाएगा। इस सम्बन्ध में आदेश भी जारी किया जा चुका है और जिला प्रशासन ने इस दिशा में तैयारी भी शुरू कर दी है।
गोरखनाथ मंदिर से सटे घरों से मुस्लिमों को धोना पड़ेगा हाथ
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए जिला प्रशासन ने साफ़ कर दिया है कि किसी भी अल्पसंख्यक के साथ जबरदस्ती नहीं किया जाएगा। उन्हें उनके घर का उचित मुआवजा मिलेगा। साथ ही दूसरी जगह बसाने की भी व्यवस्था की जाएगी!
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया गया कि जिला प्रशासन की ओर से सहमति पत्र तैयार किया जा चुका है, जो गोरखनाथ मंदिर के आसपास बसे अल्पसंख्यकों को सौंपा जाएगा। जिला प्रशासन का कहना है कि इस सहमति पत्र पर 11 में से 9 लोगों ने साइन कर दिया है जबकि अभी तक दो परिवार बाकी हैं।
वहीं, बंद जुबां से इस बात की चर्चा से की जा रही है कि इस सहमति पत्र पर लोगों से बलपूर्वक हस्ताक्षर करवाए गए हैं। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इस सहमति पत्र में न तो मुआवजे का जिक्र किया गया है और ना ही स्पष्ट कहा गया है कि सहमति पत्र किस विभाग की ओर से तैयार किया गया। हालांकि कोई भी इस मामले में अभी तक खुलकर नहीं बोल रहा है।
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संबंधित परिवारों के लोग इस बारे में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। वहीं प्रशासन तो दावा कर रहा है कि किसी पर कोई भी दबाव नहीं बनाया गया है कार्यवाही अभी शुरुआती दौर में हैं। अभी लोगों से सहमति ली जा रही है। तत्काल किसी को भी बेघर नहीं किया जा रहा है। सभी की सहमति, मुआवजा आदि की घोषणा के बाद ही कार्यवाही होगी।