देश की प्रथम नागरिक अब द्रौपदी मुर्मू बन चुकी हैं। उन्होंने भारत के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर पदभार ग्रहण कर लिया है। राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल खत्म होने के बाद रामनाथ कोविंद अब लुटियन दिल्ली में आवंटित बंगले में चले गए हैं। इस बंगले में वह आजीवन रहेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनकी जमकर प्रशंसा की है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखे पत्र में कहा कि उन्होंने सेवा के उच्च मापदण्डों को स्थापित किया है। भारत के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सिद्धांतों, ईमानदारी, कामकाज, संवेदनशीलता और सेवा के उच्चतम मानकों को स्थापित किया। पत्र में पीएम मोदी ने आगे लिखा है कि आपने जिस प्रकार अपने जीवन और करियर में दृढ़ संकल्प और गरिमा बनाए रखी उसकी मिसाल कम मिलती है। देश के संविधान के सिद्धांतों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता, सर्वोच्च सम्मान एवं जिम्मेदारी दिखाई उसके लिए आपको साधुवाद।
प्रधानमंत्री ने रामनाथ कोविंद के जीवन में कठिन परिश्रम और लगन को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया है। पीएम ने उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव से राष्ट्रपति भवन तक की उनकी व्यक्तिगत यात्रा की भी सराहना करते हुए कहा कि यह हमारे देश के विकास के लिए एक दृष्टांत और हमारे समाज के लिए एक प्रेरणा है।
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि आपके साथ काम करना वास्तव में मेरा सबसे बड़ा सौभाग्य था। कार्यकाल के दौरान हमेशा समय और खुले मन से परामर्श देने के लिए पीएम ने पूर्व राष्ट्रपति का धन्यवाद भी दिया है। साथ ही कहा कि वह आगे भी उनसे सलाह लेता रहूंग।
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ट्विटर पर साझा किया पत्र
रामनाथ कोविंद ने पीएम नरेंद्र मोदी का पत्र अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा करते हुए कहा कि मैं इन मार्मिक और दिल को छूने वाले शब्दों को उस प्यार और सम्मान के रूप में स्वीकार करता हूं, जो साथी नागरिकों ने मुझे दिया है। मैं वास्तव में आप सभी का आभारी हूं।