प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि 15 अगस्त आने वाला है। आजादी के 75 वर्ष का अमृत-महोत्सव हमारे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। हम देश के लिए जीना सीखें। खुशी इस बात की है कि 21वीं सदी में जो युवक पैदा हुए हैं, ऐसे नौजवान साथियों ने 19वीं और 20वीं शताब्दी की आजादी की जंग को लोगों के सामने रखने का मोर्चा संभाला है।
मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में किया संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि आजादी की जंग- देश के लिए मरने वालों की कथा है। आजादी के बाद के इस समय को हमें देश के लिए जीने वालों की कथा बनाना है। हमारा मंत्र होना चाहिए–इंडिया फर्स्ट। हमारे हर फैसले, हर निर्णय का आधार होना चाहिए- इंडिया फर्स्ट।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 78वें एपिसोड में देशवासियों से संवाद करते हुए अपनी बात रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, साथियों, अमृत-महोत्सव में देश ने कई सामूहिक लक्ष्य भी तय किए हैं। जैसे, हमें अपने स्वाधीनता सेनानियों को याद करते हुए उनसे जुड़े इतिहास को पुनर्जीवित करना है। आपको याद होगा कि ‘मन की बात’ में, मैंने युवाओं से स्वाधीनता संग्राम पर इतिहास लेखन करके, शोध करने की अपील की थी। मकसद यह था कि युवा प्रतिभाएं आगे आएं, युवा-सोच, युवा-विचार सामने आए, युवा-कलम नई ऊर्जा के साथ लेखन करे।
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पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि बहुत ही कम समय में ढाई हजार से ज्यादा युवा इस काम को करने के लिए आगे आए हैं। साथियों, दिलचस्प बात ये है 19वीं-20 वीं शताब्दी की जंग की बात तो आमतौर पर होती रहती है, लेकिन खुशी इस बात की है कि 21वीं सदी में जो युवक पैदा हुए हैं, ऐसे नौजवान साथियों ने 19वीं और 20वीं शताब्दी की आजादी की जंग को लोगों के सामने रखने का मोर्चा संभाला है।