लखनऊ । उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग की ग्रामोन्मुखी योजनाओं का क्रियान्वयन जहां बेहतर तरीके से किया जा रहा है, वहीं योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में कहीं घालमेल न होने पाये, इसके लिए सतत् रूप से निगरानी किये जाने की व्यवस्था की गयी है।
मनरेगा कार्यों की गुणवत्ता पर प्रभावी व पैनी नजर रखने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। अब मनरेगा कार्यों की ड्रोन तकनीक से वीडियोग्राफी/ फोटोग्राफी कर निगरानी का खाका तैयार किया गया है और इस पर कार्यवाही भी शुरू हो गई है।
मनरेगा योजना के अन्तर्गत कार्यस्थलों पर निगरानी ड्रोन प्रणाली के माध्यम से भी होगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशो के क्रम में राज्य मनरेगा मुख्यालय पर ड्रोन टीम तैनात की गयी है। राज्य स्तरीय ड्रोन टीम का उपयोग मनरेगा कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण/निगरानी की जायेगी और इसकी शुरुआत हो गयी है।
ग्राम्य विकास आयुक्त जी एस प्रियदर्शी द्वारा बहराइच की 5, सीतापुर की 3, तथा बस्ती व जौनपुर की एक-एक ग्राम पंचायत में वर्ष 2023-24 में मनरेगा के अन्तर्गत करायें गये सभी कार्यों की ड्रोन टीम से वीडियोग्राफी/फोटोग्राफी कर निरीक्षण/निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस सम्बन्ध में इन 4 जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ड्रोन टीम को सहयोग प्रदान करने हेतु अधीनस्थ अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें।
निर्धारित रोस्टर के अनुसार बहराइच के विकास खण्ड बलहा की ग्राम पंचायत सर्रा मुंदारी में 05 जुलाई को, विकास खण्ड शिवपुर की ग्राम पंचायत माझा दरिया बुर्द व सैय्यद नगर में 6 जुलाई को, तथा बहराइच के ही विकास खण्ड महसी की ग्राम पंचायत सिकन्दरपुर व परसोहना में 8 जुलाई को ड्रोन टीम पहुंचेगी।
इसी तरह जनपद बस्ती के विकास खण्ड बनकटी की ग्राम पंचायत खोरिया में 10 जुलाई को, जौनपुर के विकास खण्ड रामनगर की ग्राम पंचायत छंगापुर नम्बर-1 में 12 जुलाई को, सीतापुर के विकास खण्ड एलिया की ग्राम पंचायत नरवहनपुर व कुचकापुर में 15 जुलाई को, सीतापुर के ही विकास खण्ड परसेंडी की ग्राम पंचायत मूसेपुर में 16 जुलाई को ड्रोन टीम पहुंचकर सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन करेगी।