जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को गुलाम नबी आजाद की ‘अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जा सकता’ टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि ये उनकी निजी राय थी। महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर में ऐसी आवाजें हैं, जो मानते हैं कि अनुच्छेद 370 को बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये गुलाम नबी आजाद की निजी राय है।

साथ ही कहा कि कांग्रेस ने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई थी और उन्हें रोका था। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में भी आवाजें हैं, जो मानते हैं कि 370 को बहाल कर दिया जाएगा और इसे सुलझा लिया जाएगा। एक दिन पहले रविवार को गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर के बारामूला में एक रैली के दौरान कहा था कि अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए लोकसभा में लगभग 350 और राज्यसभा में 175 वोटों की आवश्यकता होगी। ये एक ऐसा नंबर है, जो किसी भी राजनीतिक दल के पास नहीं है और न ही मिलने की संभावना है।
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गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
26 अगस्त को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक लंबे नाता को खत्म करने वाले गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर देश की सबसे पुरानी पार्टी अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए बोल रही है, तो ये झूठे वादे हैं। साथ ही कहा कि कांग्रेस 50 से कम सीटों पर सिमट गई है और अगर वे अनुच्छेद 370 को बहाल करने की बात करते हैं, तो वे झूठे वादे कर रहे हैं।
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