पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने अपने तीसरे कार्यकाल की भागदौड़ संभाल ली है। इस भागदौड़ के साथ ही सूबे में कई फेरबदल देखने को मिल रहे हैं। इन सभी फेरबादलों के बीच में ममता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक फैसले के आगे झुकना भी पड़ा है। यह फैसला प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना है, जिसकी वजह से अब बंगाल में किसानों को फ़ायदा होगा।
ममता ने केंद्र की योजना को दी हरी झंडी
एक समाचार पत्र से मिली जानकारी के अनुसार, बंगाल के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की पहली किश्त मिलने वाली है। बताया जा रहा है कि सूबे के लाभकर्ता किसानों को 2000 रुपये की पहली किश्त आगामी 14 मई को मिलेगी। पश्चिम बंगाल सरकार ने पीएम-किसान के लाभकर्ताओं के सीधे उनके ख़ाते में रक़म जमा करने के फ़ैसले को अनुमति दे दी है। अब चार मई को ऑटोमैटिक तरीक़े से खाते में पैसे ट्रांसफ़र को अनुमति दी थी।
बताया जा रहा है कि बीते दिन केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से ममता बनर्जी को पत्र लिखकर निवेदन किया था कि सूबे के लाभकर्ता किसानों को पीएम-किसान योजना का लाभ देने के लिए अधिकारियों को आदेशित किया जाए। नरेन्द्र तोमर की इसी चिट्ठी के बाद ममता बनर्जी ने इस योजना को राज्य में लागू किया है।
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आपको बता दें कि बंगाल में बीते दिनों हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं ने इसी पीएम-किसान योजना को लेकर कई तीखे वार किये थे और ममता बनर्जी पर किसानों को लाभ न पहुंचाने का आरोप भी लगाया था।