भाईदूज वाले दिन महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक बड़ा हादसा हुआ है। दरअसल, यहाँ स्थित न्सिविल अस्पताल आग की जद में आ गया है, जिसकी वजह से यहां भर्ती 10 कोरोना मरीजों की मौत हो गई, जबकि 6 मरीज बुरी तरह से झुलस गए। बताया जा रहा है कि यह आग अस्पताल के कोरोना वार्ड में ही लगी थी। इस बात की पुष्टि कलेक्टर राजेन्द्र भोसले के माध्यम से हुई है। घायल मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
कोरोना वार्ड में मची तबाही
मिली जानकारी के अनुसार, सिविल अस्पताल का कोरोना वार्ड शनिवार को आग की जद में आ गया। यहां कोरोना के 25 मरीज भर्ती थे। यहां आग इतनी भयावह थी कि इसकी जद में आने से 10 मरीजों की मौत हो गई, जबकि 6 बुरी तरह से झुलस गए। बताया जा रहा है कि यह आग इसी में शार्ट सर्किट होने की वजह से लगी। आग लगने की वजह से वहां रहे इलाज में उपयोगी सामान और दवाइयां जलकर ख़ाक हो गई।
एक न्यूज पोर्टल के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि ये आग अस्पताल के नए बने आईसीयू वार्ड में लगी थी। इस आईसीयू वार्ड में कोरोना के मरीज थे। उन्होंने कहा कि ये घटना गंभीर है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों को स्पष्ट आदेश दिया गया था कि वे अपने यहां फायर सेफ्टी ऑडिट कराएं। अब ये जांच की जाएगी कि इस अस्पताल ने फायर सेफ्टी ऑडिट करवाई थी या नहीं। अगर अस्पताल ने ऑडिट नहीं करवाया तो ये गंभीर घटना है।
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नवाब मलिक ने कहा कि अगर ऑडिट के बावजूद आग लगी है तो इसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों की मौतें हुई है उनके परिवार के लिए मुआवजे का ऐलान किया जाएगा।