उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में डकैती के आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में जमकर हड़कंप मचा हुआ है। इसी हड़कंप को देखते हुए अब जिला प्रशासन ने भी सख्त रुख अख्तियार किया है। दरअसल, जिला प्रशासन ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश की पुष्टि करते हुए सुल्तानपुर एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने बताया कि 5 सितंबर को थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के अंतर्गत अपराधी मंगेश और कुंभे की एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मौत के मामले में उपजिलाधिकारी लंभुआ को मजिस्ट्रियल जांच के लिए नामित किया है। उनको अपनी रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर देने के निर्देश दिए गए हैं।
आपको बता दें कि सुल्तानपुर में सर्राफा कारोबारी डकैती के आरोपी जौनपुर निवासी मंगेश यादव की 5 सितम्बर को एनकाउंटर में मौत हो गई थी। आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद प्रदेश में राजनीतिक उठापटक जोरों पर है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस एनकाउंटर को गलत बताते हुए अपराधी की जाति देखकर एनकाउंटर करने का आरोप लगाया था।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, “लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नकली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर जान ली गई।”