संसद में जारी मानसून सत्र के दौरान लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है। बुधवार को लोकसभा में सदन के अध्यक्ष ओम बिरला ने बड़ी घोषणा करते हुए सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी है। लोकसभा अध्यक्ष द्वारा की गई इस घोषणा की वजह से बुधवार सदन के मानसून सत्र का अंतिम दिन बन गया है।
लोकसभा ने दिया बड़ा बयान
संसद का मानसून सत्र 13 अगस्त तक चलने वाला था किंतु, तय अवधि से दो दिन पहले ही लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
अध्यक्ष बिरला ने लोकसभा में हंगामे और व्यवधान पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मानसून सत्र में अपेक्षाओं के अनुरूप कार्यवाही नहीं रही। इस सत्र में संविधान (127वां संशोधन) विधेयक,2021 सहित कुल 20 विधेयक जरूर पारित किए गए, लेकिन सदन की कार्यवाही में निरंतर व्यवधान के कारण महज 22 प्रतिशत ही कामकाज हो सका।
मानसून सत्र के दौरान सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 331 मामले उठाए। सत्र खत्म होने के बाद स्पीकर की कस्टमरी मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत कई पक्ष और विपक्ष के नेता मौजूद थे।
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लोकसभा अध्यक्ष ने सत्र के दौरान कामकाज का ब्यौरा पेश करते हुए कहा कि सदन में प्रश्नकाल की कार्यवाही में महज 66 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 331 मामले उठाए।
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