गैस, डीजल और पेट्रोल के दामों पर लगा ‘Lockdown’ हटा, अब थाली बजाओ, राहुल गांधी का तंज

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. यही नहीं घरेलू रसोई गैस के दाम भी 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गये हैं. पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी के बाद विपक्ष के नेता केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि गैस, डीज़ल और पेट्रोल के दामों पर लगा ‘Lockdown’ हट गया है. अब सरकार लगातार क़ीमतों का ‘Vikas’ करेगी. महंगाई की महामारी के बारे में प्रधानमंत्री जी से पूछिए, तो वो कहेंगे #ThaliBajao

अखिलेश यादव का तंज

मंगलवार को घरेलू एलपीजी सिलेंडर (LPG Cylinder) की कीमतों में 50 रुपये का इजाफा किया गया, जिसे लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर तंज कसा है. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर रसोई गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार का जमकर घेराव किया. उन्होंने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि जनता को दिया भाजपा सरकार ने महंगाई का एक और उपहार… लखनऊ में रसोई गैस सिलेंडर हुआ हज़ार के पास और पटना में हज़ार के पार! चुनाव ख़त्म, महंगाई शुरू…

पेट्रोल, डीजल के दाम 80 पैसे प्रति लीटर बढ़े, एलपीजी सिलेंडर 50 रुपये महंगा हुआ

आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई. वहीं घरेलू रसोई गैस के दाम 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गए हैं. इस तरह, चुनावी गतिविधियों के कारण पेट्रोल, डीजल की दरों में संशोधन पर साढ़े चार महीने से जारी रोक खत्म हो गई.

दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत

मूल्यवृद्धि के बाद, दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 96.21 रुपये प्रति लीटर होगी, जो पहले 95.41 रुपये थी, जबकि डीजल की कीमत 86.67 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 87.47 रुपये हो गई है। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में बिना सब्सिडी वाले, 14.2 किलोग्राम के रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ाकर 949.50 रुपये कर दी गई है. एलपीजी की दर में अंतिम बार छह अक्टूबर 2021 को संशोधन किया गया था. वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतें चार नवंबर से स्थिर थीं. एलपीजी की कीमत जुलाई और अक्टूबर 2021 के बीच प्रति सिलेंडर 100 रुपये के करीब बढ़ गई थीं.

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यूक्रेन-रूस युद्ध का असर

यहां चर्चा कर दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम बढ़ रहे हैं. हालांकि, पश्चिमी देशों ने अब तक ऊर्जा व्यापार को प्रतिबंधों से बाहर रखा है, लेकिन रूसी तेल और उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध की आशंका से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में फिर से इजाफा हो सकता है.