लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया है। ये लॉकडाउन कल रात 10 बजे से शुरू हो गया है जो 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक पूरे राज्य में लागू रहेगा।
इस लॉकडाउन के बाद दिल्ली- नोएडा बॉर्डर पर पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही है। वाहनों के जरूरी कागज देखे जा रहे हैं। सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तीन दिन के लिए कई प्रतिबंध लागू किए हैं और इनका सख्ती से पालन करवाया जाएगा।
इस दौरान धार्मिक स्थल, अस्पताल और जरूरी सामान की दुकानें खुली रहेंगी। लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश के बॉर्डर पर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
आपको बता दें कि यूपी के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने गुरुवार देर शाम लॉकडाउन को लेकर आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और संचारी रोगों (एनसिफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू, कालाजार) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना और संचारी रोग सर्विलांस टीम घर- घर जाकर लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करेगी।
यूपी में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को ही प्रदेश में कोरोना के रिकॉर्ड 1347 नए केस सामने आए हैं। जबकि 27 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 889 हो गई है।
सूबे में कोरोना के 11024 एक्टिव केस हैं। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए योगी सरकार ने वीकेंड पर प्रदेश में लॉकडाउन का ऐलान किया है।
लॉकडाउन के दौरान क्या बंद रहेगा और क्या खुला रहेगा –
- इस दौरान पूरे प्रदेश में सभी ऑफिस, शहरी और ग्रामीण हाट, बाजार, गल्ला मंडी और व्यवसायिक प्रतिष्ठान आदि बंद रहेंगे।
- घरेलू हवाई सेवाएं भी पहले की तरह जारी रहेंगी। हवाई अड्डों से अपने गंतव्य स्थल को जाने वाले यात्रियों के आवागमन पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होगा।
- माल वाहक वाहनों के आवागमन पर भी कोई पाबंदी नहीं रहेगी।
- इस दौरान सार्वजनिक साधनों के साथ रोडवेज बसों का अवागमन बंद रहेगा।
- नेशनल हाईवे और स्टेट हाई वे पर मालवाहक वाहनों पर रोक नहीं होगी, जबकि नेशनल हाईवे -स्टेट हाईवे के किनारे पेट्रोल पंप और ढाबे भी खुले रहेंगे।
- इसके अलावा रेलवे सेवा भी पहले की तरह जारी रहेगी।
- इस अवधि में निर्माण कार्य, बड़े पुल व सड़कें, सरकारी भवन और प्रोजेक्ट जारी रहेंगे।
- इस दौरान शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के औद्योगिक कारखाने खुले भी खुले रहेंगे, लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा।
- आवश्यक सेवाएं जैसे स्वास्थ्य और चिकित्सीय सेवा से जुड़ी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति पहले की तरह होती रहेगी।