आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा में एक लैंगिक भेदभाव वाली टिप्पणी करके विवाद खड़ा कर दिया। यह टिप्पणी तब आई जब नीतीश कुमार ने महिला संवाद यात्रा शुरू करने की योजना की घोषणा की, जो महिलाओं से सीधे जुड़ने के उद्देश्य से एक राज्य पहल है।
लालू यादव ने कहा- आँखें सीखने जा रहे नितीश
15 दिसंबर से शुरू होने वाली नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा का उद्देश्य सरकार के 7-संकल्प कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करना है, साथ ही राज्य भर की महिलाओं से बातचीत करके उनकी चिंताओं का आकलन करना और शासन में उनकी भागीदारी को मजबूत करना है।
दरअसल, लालू यादव से जब नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आंख सेकने जा रहे हैं, जाने दीजिए। वो सिर्फ आंख सेंकने जा रहे हैं। पहले आंख सेकें अपना फिर सरकार बनाने की सोचेंगे।
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लालू को बताया मानसिक बीमार
इस बयान के तुरंत बाद ही राजनीतिक बवाल मच गया। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू यादव का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार बिहार की महिलाओं से संवाद करने जा रहे हैं और लालू प्रसाद ने जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया है, हम जानते थे कि वे शारीरिक रूप से बीमार हैं, लेकिन अब हम कह सकते हैं कि वे मानसिक रूप से भी बीमार हैं। उनका इलाज होना चाहिए।
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विजय सिन्हा ने भी लालू पर लगाए गंभीर आरोप
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी कहा कि ऐसी भाषा संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देती। इन लोगों ने बिहार को बदनाम किया है। बिहार ऐसे लोगों से मुक्त होना चाहता है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन ने लालू यादव की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि लालू को पता नहीं होगा कि बिहार की जनता ने उन्हें पहले कैसे बर्दाश्त किया। ये लोग घृणित मानसिकता वाले हैं। इनका असली चरित्र अब सामने आ गया है।