16 दिसम्बर से खरमास शुरू होने वाले है, खरमास के दौरान अच्छे काम नहीं होते हैं। यह 14 जनवरी मकर संक्रांति तक चलेगा। इसके बाद अच्छे काम होने शुरू हो जाएंगे। खरमास के एक महीने में विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश, उपनयन आदि शुभ कार्य नहीं करने का विधान है। ज्योतिषियों की मानें तो इस दौरान शुद्ध सात्विक और शाकाहारी भोजन ही खाना चाहिए।
इसके अलावा साथ ही पवित्र नदी-सरोवर में स्नान, दान, हवन करना भी शुभ माना जाता है। ज्योतिषियों के अनुसार जिन लोगों का वृहस्पति नीच राशि मकर और सूर्य तुला राशि में हों उन्हें इस महीने निश्चित रूप से कई चीजों का पालन करना चाहिए। खरमास के दौरान भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ माना जाता है। यहां पढ़ें खरमास के दिन क्या-क्या काम करने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं:
खरमास में तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं और तुलसी की परिक्रमा करें। इससे घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती।
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खरमास में दान का विशेष महत्व है। खरमास के दौरान पीली चीज का दान करना चाहिए। वस्त्रों का दान विशेष माना गया है।
शंख भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है इसलिए खरमास में शंख की पूजा करने से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों खुश होते हैं।
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खरमास की एकादशी को भगवान विष्णु को खीर का भोग लगाना चाहिए। खरमास में भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करनी चाहिए।