प्रदेश भर के पुलिस के खिलाड़ियों को अब केजीएमयू लखनऊ के डाॅक्टर स्पोर्ट्स इंजरी के बारे में जागरुक करेंगे। यही नहीं संस्थान के अलावा मौके पर जाकर इलाज भी करेंगे। साथ ही खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स इंजरी और मौके पर ही खुद ही दुरुस्त होने के बारे जानकारी देंगे।

केजीएमयू के स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग और यूपी पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के बीच सोमवार को एक एमओयू हुआ है। केजीएमयू कुलपति कार्यालय में पांच साल के लिए एमओयू पर अफसरों ने हस्ताक्षर किए। इस एमओयू में सशस्त्र सुरक्षा बल, खेल निदेशालय, स्पोर्ट्स अथाॅरिटी ऑफ इंडिया (साईं) भी शामिल है। एमओयू हस्ताक्षर के दौरान केजीएमयू के कुलपति डाॅ बिपिन पुरी, यूपी पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड के सचिव व आईजी जोन पीएसी आशुतोष कुमार, यूपी पुलिस स्पोर्ट्स ऑफीसर भगत सिंह, यूपी पुलिस कोच इंस्पेक्टर अभिनव सिंह पुंडीर, केजीएमयू स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग के प्रमुख डाॅ आशीष कुमार, यूपी ओलंपिक एसोसिएशन से सैय्यद रफत, आनंदेश्वर पांडेय, खेल निदेशालय से आरपी सिंह आदि रहे।
यह भी पढ़ें: माइग्रेन का दर्द गर्दन तक पहुंच कर बन सकता है घातक, इन लक्षणों को अनदेखा न करें
आईजी आशुतोष कुमार ने कहा कि इस एमओयू से प्रदेश के पुलिस के खिलाड़ियों को बेहतर चिकित्सीय प्रशिक्षण के साथ इलाज भी मिलेगा। उन्हें स्पोर्ट्स इंजरी के बारे में भी जानकारी हासिल हो सकेगी। स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग के प्रमुख डाॅ आशीष कुमार ने बताया कि खिलाड़ियों को आर्थोस्कोपी, उनके खानपान, स्पोर्ट्स इंजरी आदि के बारे में डाॅक्टरों की टीम समय-समय पर प्रशिक्षित किया जाएगा। मैदान पर खेल के दौरान केजीएमयू के पीजी स्टूडेंट और अन्य डाॅक्टर भी रहेंगे। इससे खिलाड़ियों में चोट का खतरा और डर कम रहेगा।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine