शिवपाल के BJP में शामिल होने की अटकलों पर आया केशव मौर्य का बयान

लखनऊ, 01 अप्रैल: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार 30 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात के बाद सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं और ऐसी अटकलें लगाई जाने लगी है कि जल्द ही शिवपाल भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, शिवपाल सिंह यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आय़ा है।

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शिवपाल के भाजपा में शामिल होने की अटकलों को फिलहाल के लिए खारिज कर दिया है। न्यूज़ 18 की खबर के मुताबिक, मौर्य ने यादव के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर कहा, ‘अभी तो हमारे यहां ऐसी कोई वैकेंसी नहीं है।’ आपको बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार शाम प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। ये मुलाकात सीएम आवास पर हुई। यहां दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री को जीत की बधाई दी और इसे शिष्टाचार भेंट बताया था।

शिवपाल यादव हाल ही में अपने भतीजे और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा बुलाई गई सहयोगी दलों की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। कहा जा रहा है कि वो विधायकों की बैठक में न्योता नहीं मिलने से अखिलेश से नाराज हैं। इससे पहले शिवपाल सिंह यादव दिल्ली सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे थे। हालांकि, सीएम योगी से हुई इस मुलाकात की ठोस वजहों का पता नहीं चल सका है।

मौर्य ने कहा कि, ‘योगी आदित्यनाथ हमारे मुख्यमंत्री हैं और कोई भी उनसे मुलाकात कर सकता है। फिर चाहे वे राहुल गांधी, प्रियंका गांधी हों… और अखिलेश यादव भी उनसे मिल चुके हैं।’ उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “मैं पद संभालने और मुझे जो विभाग दिए गए हैं, उनका प्रभार लेने के बाद मैं केंद्रीय नेतृत्व का आशीर्वाद लेने के लिए दिल्ली आया हूं।” इस बीच यूपी बोर्ड के अंग्रेजी का पेपर लीक होने पर अखिलेश यादव द्वारा योगी सरकार पर लगातार हमले पर, डिप्टी सीएम ने सपा प्रमुख को आड़े हाथों लिया।

मोदी सरकार का बड़ा फैसला: 3 राज्यों में AFSPA का दायरा घटा, जानें क्या है ये कानून और कहाँ-कहाँ किया गया है इसे लागू

डिप्टी सीएम ने कहा कि उन लोगों के गिरोहों के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है जो जबरन संपत्तियों का अतिक्रमण करते थे और जो गिरोह धोखाधड़ी की सुविधा प्रदान करते थे। ऐसे गिरोहों का विवरण इतिहास के पन्नों में दर्ज है और सभी का पर्दाफाश हो जाएगा। और जो लोग ट्वीट कर रहे हैं, यहां तक​​कि उनकी पार्टी के उन गिरोहों से संबंध भी उजागर हो जाएंगे।