बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उनके खिलाफ मुंबई में चल रहे तीन केस को हिमाचल प्रदेश में ट्रांसफर करने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि अगर मुंबई में उनके खिलाफ केस चलते हैं तो शिवसेना नेताओं के उनके प्रति द्वेष रखने की वजह से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
कंगना रनौत के खिलाफ चल रहे ये तीन केस
याचिका में कहा गया है कि उनकी जान को खतरा भांपते हुए गृह मंत्रालय ने वाई-प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दे रखी है। इससे साफ है कि अगर उनके खिलाफ चल रहे केस को हिमाचल प्रदेश में ट्रांसफर नहीं किया गया तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। कंगना के खिलाफ गीतकार जावेद अख्तर ने आपराधिक अवमानना याचिका दायर की है।
वकील अली काशिफ खान ने भी कंगना के खिलाफ हिन्दू औऱ मुसलमान के बीच विद्वेष फैलाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। एक केस कास्टिंग डायरेक्टर मुनव्वर अली सईद ने दायर किया है जिसमें दोनों बहनों के खिलाफ सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक विभेद पैदा करने की कोशिश का आरोप लगाया गया है।
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याचिका में कहा गया है कि संजय राऊत शिवसेना के वरिष्ठ नेता और सांसद हैं। याचिका में कहा गया है कि संजय राऊत ने कंगना के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी। इसके अलावा शिवसेना के नेतृत्व वाली बीएमसी ने उनके पाली हिल स्थित बंगला में तोड़फोड़ की थी। बीएमसी के तोड़फोड़ को बांबे हाईकोर्ट ने गलत माना था।