मां के हाथ का खाना अमृत समान होता है। वहीं नानी या दादी के हाथों के खाने की बात भी कुछ अलग ही होती है। हम चाहे भी तो उस स्वाद को भूलकर भी भूल नहीं सकते हैं। फिर चाहे बात हर रोज बनने वाली चाय की हो या फिर किसी खास पकवान की। दादी-नानी के नुस्खों से जो खाना तैयार होता है वो न सिर्फ खास मसालों से बनाया जाता है बल्कि खाने में प्यार मिलाकर परोसा भी जाता है। दादी और नानी के इन नुस्खों के आगे बेस्ट से बेस्ट मसालों का स्वाद भी फीका पड़ जाता है। आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्खों के बारें में जिनसे खाने का स्वाद 10 गुना बढ़ जाता है।
-आलू शिमला मिर्च की सब्जी तो आपने कई बार खाई होगी लेकिन अगर आप इसमें एक अनोखा स्वाद चाहते हैं तो शिमला मिर्च को आलू के आधा पक जाने के बाद सब्जी में एड करें और जादू की चुटकी का प्रयोग सबसे आखिर में करें। यह जादू की चुटकी है थोड़ा सा लाल मिर्च पाउडर। जब भी सब्जी बनाएं उसमें सब्जी पूरी तरह से तैयार होने के बाद ही लाल मिर्च पाउडर को डालें और सब्जी में इसे मिलाते ही गैस बंद कर ढक दें।
-अगर आप चाहते है कि आपकी रोटियां एकदम नरम बनें तो आटे को गर्म पानी या गुनगुने दूध से गूंथें। साथ में जरा सा नमक जरूर डाल दें। कम से कम 15 से 20 मिनट का समय हमेशा आटे को सैट होने के लिए दें।
-आप पंजाबी छोले बना रहे हों तो एक बात याद रखें कि काबुली चने को रात में पानी में भिगोते समय उसके साथ दो बड़े चम्मच चने की दाल डाल दें और सुबह इसे एकसाथ उबालें। पंजाबी छोले की ग्रेवी अच्छी बनेगी। साथ ही पंजाबी छोले में अनारदाना पाउडर मिलाने से छोले का रंग बिल्कुल बाजार की तरह दिखाई देगा।
-राजमा जब भी बनाएं उसे देसी घी में बनाएं। इससे राजमा का स्वाद बहुत बढ़ जाता है।
–बेसन की कढ़ी बनाते वक्त घोल तैयार करते समय उसमें घिसा हुआ अदरक, हरा मिर्च और धनिया भी डाल दें। साथ ही बेसन की कढ़ी में तड़का लगाते हुए थोड़ा मेथी दाना डाल दें। इस कढ़ी का स्वाद लंबे समय तक लोगों को याद रहेगा।
-गाजर का हलवा बनाते हुए सबसे मुश्किल काम होता है गाजर को अंत में सुखाना। अगर आप आखिर में गाजर के हलवे में आधा कप नारियल का बूरा मिला देंगे तो गाजर का हलवा जल्दी बन जाएगा और उसे सुखाने में मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। वहीं गाजर के हलवे मे एक से दो गाजर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर डाल दें। सारे गाजर कद्दूकस न करें, इससे आप के हलवे का स्वाद बहुत बढ़ जाएगा।
-सूजी का हलवा सब लोग बनाते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस हलवे को बनाने का सही तरीका क्या है। सूजी के हलवा बनाते समय पहले सूजी को धीमी आंच पर देसी घी में भुनें। उसके बाद चाशनी बनाएं। चाशनी बनाने के लिए जितनी सूजी है उसका 3 गुना पानी और सूजी के बराबर आप चीनी ले लें। चीनी और पानी अच्छे से घुल जाए तब उसमें धीरे-धीरे सूजी मिलाना शुरू करें। अगर आप अपने हलवे को खास बनाना चाहते हैं, तो आपने जितना सूजी लिया है उतने ही देसी घी में उसे भुनें। हालांकि ऐसा करने से हलवे में कैलोरी ज्यादा हो जाएगी इसलिए इसे खास अवसरों पर ही बनाएं।
-आलू की ग्रेवी वाली सब्जी, या फिर पंजाबी कढ़ी हो, इन सब का स्वाद देसी घी का तड़का डालने से बहुत बढ़ जाता है। अगर आपके पास हरा धनिया नहीं है जो अक्सर गर्मियों में होता है तो आप कसूरी मेथी का इस्तेमाल कर सकते हैं। देसी घी में हींग, जीरा और साबुत लाल मिर्च के साथ तड़का लगाएं।
-अगर आप ग्रेवी वाली सब्जी बना रहे हैं और आपको ऐसा लग रहा है कि आप की ग्रेवी पतली रह गई हैं तो उसमें उबला हुआ आलू कद्दूकस करके मिला दें। सब्जी की ग्रेवी सही हो जाएगी।
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-दूध के उबाल आ जाने के बाद उसे थोड़ी देर तक कम आंच पर पकने दें। इससे दूध के तुरंत फटने का डर नहीं होता है। मगर गर्मी के मौसम में यह नुस्खा कभी कभी धोखा भी दे सकता है। अगर आप दूध को फ्रिज में किसी कारण से नहीं डाल सकते हैं तो उसे उबलते हुए उसमें एक हरी इलायची डाल दें। दूध जल्दी नहीं फटेगा।
-अगर आप चाय पीने से होने वाली एसिडिटी से परेशान हैं तो सौफ वाली चाय पिएं। चाय को खास बनाना हो तो गर्मियों में उसमें पुदीने की पत्तियां डालकर बनाएं, स्वाद बहुत बढ़ जाएगा।