आज कल की अव्यवस्थित जीवनशैली और गलत खानपान की वजह से कई बार कब्ज (Constipation) की समस्या हो जाती है। यह आम है, लेकिन अगर कब्ज की समस्या कई हफ्तों या महीनों तक बनी रहती है, भूलकर भी इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि लंबे समय तक कब्ज रहने से पाइल्स या इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBD) जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। इस स्थिति को पुरानी कब्ज या क्रॉनिक कब्ज (Chronic Constipation) कहा जाता है। आगे हम पढेंगे कि कब्ज होने के मुख्य कारण क्या हैं और पुरानी कब्ज से निजात पाने के लिए कौन से आयुर्वेदिक उपाय अपनाए जा सकते हैं।
कब्ज के मुख्य कारण:
कब्ज के कई कारण होते हैं, जिनमें से अधिकांश आपके खानपान से संबंधित होते हैं। आइए, विस्तार से जानते हैं:
कम पानी पीना:
कम पानी पीने से मल कठोर हो जाता है, जिससे उसे निकालने में कठिनाई होती है। इसलिए, दिन में 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं।
फाइबर की कमी:
फाइबर युक्त भोजन न लेने से पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता, जिससे मल निकालने में कठिनाई होती है। अपनी डाइट में फाइबर युक्त फल और सब्जियों को शामिल करें।
जीवनशैली में निष्क्रियता:
निष्क्रिय जीवनशैली भी कब्ज का प्रमुख कारण है। अगर आप ऑफिस या घर में ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं या कम चलते-फिरते हैं, तो इससे कब्ज की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
अनियमित आहार:
शादियों या पार्टियों में ज्यादा खाना, शराब पीना, और फास्ट फूड का सेवन करने से भी कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए, आहार पर ध्यान दें और स्वस्थ चीजें खाएं।
दवाइयां और सप्लीमेंट्स:
कुछ दवाइयों या सप्लीमेंट्स, जैसे अधिक मात्रा में पेनकिलर, आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट्स, का सेवन भी कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है।
कब्ज के लक्षण:
- सप्ताह में तीन से कम बार शौच करना
- कठोर या गांठदार मल होना
- मल त्यागने के लिए जोर लगाना
- मलाशय में रुकावट जैसा महसूस होना
- शौच के बाद पेट भरा हुआ महसूस होना
- पेट पर दबाव डालकर या उंगली की मदद से मल निकालना
आयुर्वेदिक उपाय:
कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों से आप कब्ज से राहत पा सकते हैं:
त्रिफला चूर्ण:
त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो आंवला, हरड़, और बहेड़ा से बनी होती है। इसे रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।
इसबगोल:
इसबगोल एक प्राकृतिक फाइबर स्रोत है, जो पाचन प्रक्रिया को सुधारता है। इसे एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लें।
एलोवेरा जूस:
एलोवेरा जूस पाचन प्रक्रिया को सुधारता है और कब्ज में राहत देता है। सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।
अभयारिष्ट:
अभयारिष्ट आयुर्वेदिक दवा है, जो पुरानी कब्ज में राहत देती है। इसका सेवन चिकित्सक की सलाह अनुसार करें।
डाइट और जीवनशैली में बदलाव:
सुबह गर्म पानी पिएं:
सुबह उठकर एक गिलास गर्म पानी पिएं, इससे पेट साफ होता है और कब्ज की समस्या कम होती है।
पानी की मात्रा बढ़ाएं:
दिन में 6-8 गिलास पानी पिएं ताकि पाचन तंत्र सुचारु रहे।
फल और सब्जियां खाएं:
फाइबर युक्त फल और सब्जियों का सेवन करें ताकि मल आसानी से बाहर निकले।
दूध में घी मिलाकर पिएं:
रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में घी मिलाकर पिएं, इससे पाचन सुधरता है।
नारियल पानी:
रोजाना एक गिलास नारियल पानी पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज की समस्या कम होती है।
एक्सरसाइज करें:
रोजाना कम से कम 30 मिनट तक योग या एक्सरसाइज करें, जिससे पाचन तंत्र सही रहता है।
इन उपायों को अपनाकर आप पुरानी कब्ज से राहत पा सकते हैं। अगर समस्या बनी रहे, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
यह भी पढ़ें: तनाव से सेहत पर पड़ सकता है बुरा प्रभाव, इन बीमारियों से हो सकते हैं ग्रसित