यूपी में फिल्म सिटी बनाने को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री ने अपनी कवायद तेज कर दी है। यूपी सरकार के ड्रीम प्रॉजेक्ट नोएडा फिल्म सिटी की डीपीआर बनाने के लिए हॉलीवुड की जानी-मानी अमेरिकन कंपनी सीबीआरई व यमुना अथॉरिटी के बीच शुक्रवार को करार हुआ। करार कंपनी की उस रिपोर्ट को पसंद करने के बाद हुआ जो उन्होंने हॉलीवुड के कई मशहूर स्टूडियो की स्टडी करने के बाद सब्मिट किया था।
तो ऐसे दिखेगी हॉलीवुड की झकल
इससे साफ है कि फिल्म सिटी में हॉलिवुड के स्टूडियो की भी झलक दिखेगी। डीपीआर से पहले यह कंपनी एक ड्राफ्ट बनाकर अथॉरिटी को फरवरी मध्य तक प्रस्तुत करेगी। प्रदेश सरकार की तरफ से ड्राफ्ट को मंजूरी मिलने के बाद अमेरिकन कंपनी डीपीआर बनाएगी।
अमेरिका की सीबीआरई कंम्पनी की रिपोर्ट हुयी मंजूर
दरअसल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की है। इसके चलते यमुना अथॉरिटी ने बोर्ड की 68वीं बैठक में इस योजना पर मुहर लगाने के साथ फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया था। सेक्टर 21 में 1000 एकड़ में बनने वाली इस फिल्म सिटी का डीपीआर बनाने के लिए जिन कंपनियों ने फिजिबिलिटी रिपोर्ट दी थी, उसमें अमेरिका की सीबीआरई कंपनी की रिपोर्ट मंजूर होने के साथ डीपीआर बनाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह की मौजूदगी सीबीआरई कंपनी की ओर से इस एमओयू पर भारत में इसके निदेशक वैभव चौधरी और अथॉरिटी की तरफ से जीएम योजना रितुराज व्यास ने हस्ताक्षर किया।
नोएडा फिल्म सिटी बनेगी देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी
अमेरिकन कंपनी ने फिल्म सिटी के लिए अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में हॉलिवुड के यूनिवर्सल पिक्चर्स में फिल्म स्टूडियो और थीम पार्क के साथ, 20वीं सेंचुरी फॉक्स, वार्नर ब्रदर्स पिक्चर्स, वॉल्ट डिज्नी पिक्चर्स की स्टडी की। साथ में ही दक्षिण भारत के रामोजी राव फिल्म सिटी के साथ मुंबई में बॉलिवुड के फिल्म स्टूडियो में मौजूद सुविधाएं, सहूलियत के साथ तकनीक को देखते हुए भविष्य में देश की सबसे बड़े फिल्म सिटी के रूप में नोएडा फिल्म सिटी को विकसित करने की बातें रिपोर्ट में थी।
इस रिपोर्ट में देश के सभी राज्यों के साथ क्षेत्रीय भाषा व संस्कृति के साथ एक परिसर के अंदर कैसे सहूलियत दी जाएंगी, ये भी था। इस रिपोर्ट को देखने के बाद डीपीआर बनाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ।
एनीमेशन से लेकर वेब सीरीज तक का ध्यान
अमेरिकन कंपनी अब फरवरी मध्य में जो ड्राफ्ट कंपनी बनाएगी उसमें बच्चों के लिए कार्टून फिल्म बनाना हो, वेब सीरीज हो या फिर किसी क्षेत्रीय भाषा की फिल्म, नोएडा फिल्म सिटी में इन सबका ध्यान रखा जाएगा। आउटडोर शूटिंग के साथ ही थीम पार्क सहित कई आधुनिक सहूलियत को लेकर कैसे इसे दुनिया में सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो बनाया जा सकता है, ये सब ड्राफ्ट में होगा।
डीपीआर के बाद बनेगा डिवेलपमेंट प्लान
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ। अरुणवीर सिंह ने बताया कि अमेरिकन कंपनी के ड्राफ्ट की मंजूरी के बाद इसे विकसित करने के लिए तीन मॉडल तय हुए हैं। पहला यीडा इसे खुद से विकसित करे और एक-एक को प्लॉट आवंटित करे।
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दूसरा, यीडा किसी एक कंपनी को फिल्म सिटी की पूरी जमीन आवंटित कर दे और वही उसे विकसित करे। तीसरा, पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाए, जिसमें जमीन यीडा की होगी और विकास कार्य निजी कंपनी करेगी। इन तीनों विकल्पों में से एक का चयन प्रदेश सरकार करेगी।