ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में वाराणसी की जिला अदालत में आज फ़ाइनल सुनवाई होनी थी. जहां हिंदू पक्ष की दलीलों पर मुस्लिम पक्ष को जवाबी बहस करना था लेकिन अब मुस्लिम पक्ष की तरफ से मामले में ट्विस्ट आ गया है, मधु बाबू ने जवाब दाखिल करने से इनकार कर दिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुस्लिम पक्ष की ओर से हिन्दू अधिवक्ता योगेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ ”मधु बाबू” ने जबाव दाखिल करने से इनकार कर दिया है. ऐन वक्त पर सुनवाई से ठीक पहले मधु बाबू ने तबीयत खराब होने का हवाला दिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुस्लिम पक्ष ने दो नए अधिवक्ता योगेंद्र प्रसाद सिंह उर्फ मधु बाबू और शमीम अहमद की नियुक्ति की थी. अब मुस्लिम पक्ष के के दूसरे वकील शमीम अहमद ही कोर्ट में जवाब दाखिल करेंगे. इससे पहले अधिवक्ता अभय यादव के निधन का हवाला देकर अंजुमन इंतेजामिया के वकील योगेंद्र सिंह मधु बाबू और शमीम अहमद 10 दिन के समय की मांग की थी.
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बताते चलें कि राखी सिंह समेत पांच महिलाओं ने ज्ञानवापी स्थित शृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों के दर्शन की अनुमति मांगी है. जिस पर अंजुमन की आपत्ति पर वाद सुनवाई योग्य है या नहीं, इसी मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश अदालत सुनवाई कर रही है.