लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यटन की दृष्टि से विकास की असीम सम्भावनाएं है। यहां धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं वन्यजीव इत्यादि के अनेकों स्थल विद्यमान हैं। यही कारण है कि विविधतापूर्ण पर्यटन आकर्षणों से समृद्ध होने के कारण यह विशाल प्रदेश देश-विदेश में महत्वपूर्ण पर्यटन केन्द्र के रूप में प्रसिद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश में अनेकों परिपथों का चिन्हांकन किया गया है जिसमें रामायण सर्किट, बृज सर्किट, महाभारत सर्किट, शक्तिपीठ सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, जैन सर्किट, बुद्धिस्ट सर्किट आदि प्रमुख हैं। इन परिपथों में आने वाले सभी पर्यटक स्थलों के उच्चीकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है तथा मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन में पर्यटन विभाग द्वारा केन्द्रीय, राज्य एवं जिला की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के पर्यटन स्थलों का नवीनीकरण एवं सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा निरन्तर उत्तर प्रदेश में विभिन्न त्यौहारों, मेलें एवं महोत्सवों का आयोजन किया जा रहा है और इनका वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार भी कराया जा रहा है। जिससे उत्तर प्रदेश में पधारने वाले पर्यटकों-श्रृद्धालुओं का भ्रमण अत्यन्त सुखद एवं अविस्मरणीय हो।
बताते चलें कि इन्हीं प्रयासों से उत्तर प्रदेश पूरे भारत में देशी पर्यटकों के आगमन के दृष्टिकोण से भारतीय पर्यटक सांख्यिकी के अनुसार वर्ष 2019 में द्वितीय स्थान से वर्ष 2020 में प्रथम स्थान पर है। उत्तर प्रदेश में वर्ष 2019 में कुल 53,58,55,162 भारतीय पर्यटक भ्रमणार्थ आए, तथा कुल 47,45,181 विदेशी पर्यटकों द्वारा उत्तर प्रदेश का भ्रमण किया गया, जिससे पूरे भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन के दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश तृतीय स्थान पर है।