पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे परिपक्वता प्रकरण की जांच रिपोर्ट के बाद, डीजी होमगार्ड बीके मौर्या ने इस मामले में कार्रवाई के लिए संबंधित शासनादेश भेज दिए हैं। डीजी होमगार्ड ने कमांडेंट मनीष को निलंबित करने और उसके खिलाफ जांच आदेश जारी करने की सिफारिश की है। आपको बता दे, जांच में सामने आया है कि मनीष दुबे ने अपने कार्यों से विभाग की छवि को क्षति पहुंचाई है और उन्होंने अपनी संपर्क में आई महिलाओं का शोषण भी किया है। वर्ष 2021 में मनीष ने एक युवती से शादी की थी, और उसके बाद से ही वह उसे 80 लाख रुपये दहेज के लिए दबाव देने लगा था।
महिला होमगार्ड ने मनीष पर लगाया यौन शोषण का आरोप
आपको बता दे, मनीष की पत्नी ने डीआईजी को अपने बयान में इस बात की पुष्टि की है। इसके अलावा, अमरोहा में तैनाती के दौरान महिला होमगार्ड ने मनीष पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। जब महिला होमगार्ड डीआईजी के सामने अपना बयान दिया, तो उसने इसकी पुष्टि की है कि मनीष ने उसे नौकरी से निकाल दिया था। जानकारी के मुताबिक, डीजी होमगार्ड को ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्या ने कुछ कॉल रिकॉर्डिंग्स दीं, जिनमें ज्योति और मनीष की बातचीत सुनाई दी, जहां उन्होंने आलोक को रास्ते से हटाने और इस किस्से को समाप्त करने जैसे शब्द कहे गए हैं।
क्या होगा पति आलोक का अगला कदम ?
इस प्रकरण में, पति आलोक ने होमगार्ड मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई है, जहां उन्होंने कहा है कि उनकी पत्नी ज्योति मौर्या और होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के बीच अफेयर है। आपको बता दे, आलोक मौर्या प्रयागराज के निवासी हैं और पंचायतीराज विभाग में चतुर्थ श्रेणी में कर्मचारी हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में कमांडेंट मनीष दुबे पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि शादी के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को इलाहाबाद में पीसीएस की तैयारी कराई थी, लेकिन होमगार्ड कमांडेंट से अफेयर होने के बाद उसने मेरे खिलाफ झूठा दहेज मुकदमा दर्ज करवा दिया।
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