प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक बड़ा एलान करते हुए कहा था कि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है। इसके साथ ही कहा था कि MSP से जुड़े मुद्दों पर विचार करने के लिए समिति बनाई जाएगी। घोषणा के इतने दिनों बाद अब किसान आंदोलन में कमेटी तो बना दी गई है लेकिन आंदोलन कब खत्म होगा इस पर सस्पेंस बना हुआ है। किसान नेता कह रहे हैं कि सरकार बात मान ले तो तीन घंटे में समाधान निकल सकता है। वहीं कुछ किसान नेताओं का कहाना है कि MSP पर कानून के बिना घर वापसी नहीं होगी।
बता दें कि किसान संगठनों की कमेटी में मनोज सिंह कक्का, जैनेंद्र युद्धवीर सिंह और बलबीर राजेवाल शामिल है। इनका कहना है कि अगर सरकार उनकी बातों को मान ले तो ये आंदोलन 3 घंटे में भी खत्म हो सकता है। यही तीनों किसानों की तरफ से सरकार से बात करेंगे। बयानों से साफ है कि अभी आंदोलन खत्म नहीं होने जा रहा है और गेंद अब सरकार के पाले में है। इसके साथ ही इन्होंने अगली बैठक सात तारीख को करने का ऐलान किया है।
इन मांगों पर अड़े हैं किसान
अभी जिन प्रमुख मांगों को लेकर किसान अड़े हैं उसमें MSP पर गारंटी कानून, आंदोलन के दौरान दर्ज केस वापस लेना, आंदोलन में मारे गए 700 किसानों के परिवारों को मुआवजे की मांग शामिल है। वहीं किसानों ने तो अपनी बात कह दी है लेकिन अब सबकी नजर सरकार के न्यौते पर टिकी है। सूत्रों के मुताबिक सरकार भी जल्द बात करने की इच्छुक है। इसके लिए किसान नेताओं को फोन कॉल भी गया था। सवाल यही बना हुआ है कि सरकार कितनी मांगें मानेगी और क्या किसान घर वापसी को तैयार होंगे।