कृषि कानूनों के खिलाफ बीते कई महीनों से जारी किसान आंदोलन को व्यापार रूप देने की तोयारी जोरों शोरों से चल रही हैं। इन्ही तैयारियों के बीच में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को दो बयान दिए। किसान नेता के ये दोनों ही बयान किसान आंदोलन को नई गति देने के दिशा में जारी किये गए।
किसान नेता ने ट्वीट कर किसानों से की अपील
दरअसल, अपने पहले बयान में किसान नेता टिकैत ने कहा कि 26 जून को किसान हर राज्य में राज्यपाल , उपराज्यपाल को ज्ञापन देंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सिर्फ 5-6 लोगों का दल ही राज्यपाल से मिलने जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति और सरकार को मामले से अवगत कराना चाहते हैं।
वहीं टिकैत ने ट्वीट कर कहा कि किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ तैयार रहें। जमीन बचाने के लिए आंदोलन तेज करना होगा । उन्होंने कहा कि ये सरकार मानने वाली नहीं है। इलाज तो करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि हरियाणा में कुछ किसानों की गिरफ्तारी के कारण वहां भी मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
इसके पहले टिकैत ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा कि सरकार मानने वाली नहीं है। इलाज तो करना पड़ेगा। ट्रैक्टरों के साथ अपनी तैयारी रखो। जमीन बचाने के लिए आंदोलन तेज करना होगा।
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एक अन्य ट्वीट में हरियाणा की खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए किसान नेता टिकैत ने लिखा कि किसानों पर हरियाणा सरकार झूठे मुकदमे दर्ज कर उत्पीड़न कर रही है। इससे आप आंदोलन को न हटा सकते हो न दबा सकते हो। उन्होंने आगे लिखा कि या तो ये किसान और जनता रहेगी या ये सरकार रहेगी। अन्नदाता की आवाज झूठे मुकदमों से दबने वाली नहीं है।