लखनऊ। कोविड काल में सुस्त बाजार की मार से परेशान लघु उद्यमियों व हस्तशिल्पियों के चेहरे सोमवार को खिल गये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वर्चुअल बाजार’ का उपहार उनको दिया। इसका लाभ यह हुआ कि ऑनलाइन ओडीओपी मेले में घर बैठे ही उद्यमियों के उत्पाद खरीदने स्थानीय उपभोक्ताओं के साथ सात समंदर पार से भी खरीदार आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को देश के पहले ‘ओडीओपी वर्चुअल फेयर’ का औपचारिक उद्घाटन किया। पांच दिवसीय वर्चुअल फेयर के उद्घाटन अवसर पर फिक्की की चेयरपर्सन संगीता रेड्डी और ब्रिटेन में भारत की उच्चायुक्त गायत्री कुमार सहित उद्योग जगत और विदेश में भारत के विभिन्न प्रतिनिधियों की वर्चुअल सहभागिता रही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश व्यापक संभावनाओं का प्रदेश है। हर जिले के कुछ उत्पाद वहां की पहचान हैं। एक जिला-एक उत्पाद जैसी योजना इन्ही विशिष्टताओं को वैश्विक मंच देने का प्रयास है। भदोही की कालीन, वाराणसी की साड़ी, लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद का पीतल उद्योग, अलीगढ़ का हार्डवेयर, गोरखपुर का टेराकोटा सहित सभी 75 जिलों की अपनी खूबी है। यहां के शिल्पियों और उद्यमियों के जीवन की खुशहाली और सपनों में रंग भरना हमारी प्रतिबद्धता है। योगी ने शिल्पियों और उद्यमियों के विकास तथा प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन के उद्देश्य से फिक्की से मिल रहे सहयोग की प्रशंसा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में लघु उद्यमियों और हस्त शिल्पियों के प्रोत्साहन के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने कई प्रयास किए हैं। उनका कारोबार निर्बाध चलता रहे, इस उद्देश्य से वर्चुअल फेयर का आयोजन किया जा रहा है। यह अभिनव प्रयास निश्चित ही शिल्पकारों के लिए उपयोगी होगा। योगी ने कहा कि वर्चुअली बायर-सेलर मीट शिल्पियों, निर्यातकों के लिए निश्चित ही उपयोगी सिद्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी सराहा है और अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय बताया। यह हमारे लिए उत्साहवर्धक है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाराणसी की उद्यमी शैलजा अरोड़ा और आगरा के अनुराग मित्तल से भी बात की। दोनों उद्यमियों ने कहा ओडीओपी योजना से आसान शर्तों पर उपलब्ध ऋण की मदद से हम लोग तकनीक रूप से सक्षम हुए हैं। इससे उत्पाद और उत्पादन दोनों में ही गुणात्मक सुधार हुआ है।