लखनऊ। देश भर में दवा व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली ऑल डंडिया ओरगेनाइजेशन ऑफ कैमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) के अध्यक्ष श्री जे.एस. शिंदे गुरुवार को लखनऊ में रहेंगे। दवा व्यापारियों के शैक्षणिक सत्र का नेतृत्व करेंगे। साथ ही वर्तमान में दवा व्यापारियों के लिये बड़ी समस्या बनी ऑनलाइन फार्मेसी का विरोध किस तरह से देश की जनता के लिये घातक है इसपर प्रकाश डालेंगे। साथ ही इसका कैसे देश भर में विरोध किया जाए इसपर भी रणनीति तैयार की जाएगी।
ऑनलाइन फार्मेसी को लेकर दवा व्यापारियों ने छेड़ी मुहीम
कार्यकारिणी की बैठक में एआईओसीडी के अध्यक्ष श्री जे.एस. शिंदे और महामंत्री श्री राजीव सिंघल ओसीडी यूपी के अध्यक्ष माननीय दिवाकर सिंह जी एवं महामंत्री सुधीर अग्रवाल और समस्त लखनऊ क्षेत्र दवा विक्रेता समिति लखनऊ के सभी सदस्य इस शैक्षणिक कार्यशाला में भाग लेंगे। यह जानकारी दवा विक्रेता समिति के महामंत्री ओपी सिंह ने दी।
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बता दें कि ऑल डंडिया ओरगेनाइजेशन ऑफ कैमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) दवा व्यापारियों की देश भर की एकमात्र बड़ी संस्था है। इसके तहत उत्तर प्रदेश में ऑरगेनाइजेशन ऑफ कैमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट (ओसीडी) काम करती है। और दवा विक्रेता समिति लखनऊ इस संस्था से सम्बद्ध है। प्रत्येक तीन-तीन महीनों पर विभिन्न जिलों में इस तरह के शैक्षणिक सत्रों का आयोजन किया जाता है। संस्था देश भर के सवा नौ लाख कैमिस्टों का प्रतिनिधित्व करती है। कोरोना काल में भी संस्था से जुड़े कैमिस्टों ने समाज में काफी काफी योगदान दिया है।
चर्चा का मुख्य मुद्दा:- ऑनलाइन फार्मेसी का विरोध
देश भर के दवा व्यापारी कार्यकारिणी बैठक में भारत में ऑनलाइन फार्मेसी के कल्चर का विरोध करेंगे। दवा व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन फार्मेसी को अदालत ने असंवैधानिक करार दिया है उसके बाद भी यह कल्चर विकसित हो रहा है जो समाज के लिये उचित नहीं है। दवा व्यापारियों का कहना है कि वो इसका विरोध करते हैं। दवा व्यापारियों का कहना है कि दवा का कारोबार कानून के तहत चलता है, नियम कानून है लेकिन ऑनलाइन फार्मेसी का कोई नियम कानून नहीं बना है। ऐसे में इसको मान्यता दिया जाना एकदम गलत होगा। वो इसका राष्ट्रीय स्तर पर विरोध करेंगे।