देवरिया। 19 सितम्बर की रात्रि में अचानक टॉउनहाल स्थित प्रेक्षागृह से भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का नाम हटा दिया गया। सम्बंधित अधिकारियों ने इस प्रकरण में अनभिज्ञता जताया, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी रोष है।
सभागार का कार्य करा रहे संबंधित ठेकेदार ने अपना जबाब नगर पालिका परिषद को दे दिया है। सभागार का कार्य करा रहे चन्दा कंस्ट्रक्शन के परियोजना प्रबंधक ने अधिशाषी अधिकारी को अपने जबाब में लिखा है कि अज्ञात व्यक्ति जो अपने आप को अधिकारी बता रहे थे, उनके कहने पर मजदूरों ने सभागार में मूर्ति स्थापित कर प्रेक्षागृह का नाम बदल दिया।
जिला कार्यसमिति सदस्य पवन कुमार मिश्र ने कहा कि सभागार निर्माण में लगा हुआ पैसा नया सबेरा के तहत शासन से नगर पालिका को ऋण के रूप में मिला था, जिसको नगरपालिका शासन को चुका रहा है। जिसके फलस्वरूप नगरपालिका ने सभागार निर्माण के बाद बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाकर पिछले वर्ष सभागार अटल जी के नाम पर कर दिया था।
भाजपा के करोड़ो कार्यकर्ताओ के प्रेरणास्रोत अटल जी के नाम को रातो रात बदल देने से देवरिया जनपद के सभी कार्यकर्ता हतप्रभ है। उन्होंने कहा कि सभागार में कार्य करा रहे कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी अधिशाषी अधिकारी को पत्र के माध्यम से दिए गए जबाब में अज्ञात लोगों को दोषी बनाया है।
इसलिए संबंधित अधिकारियों से अनुरोध है कि कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर और अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा लिखकर कार्यवाही करें और सभागार का नाम अटल जी के नाम पर करके उनकी प्रतिमा को सभागार में स्थापित किया जाए। नगर पालिका के सभासद दिनेश शुक्ल , मनोनीत सभासद वीरेंद्र सिंह , नित्यानंद पाण्डेय और जिला कार्यसमिति सदस्य पवन कुमार मिश्र ने जनपद दौरे पर आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मिलकर इस प्रकरण से अवगत कराया जाएगा, जिससे इस पूरे प्रकरण की सच्चाई पता चल सके।