फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। शनिवार को दिल्ली पुलिस ने उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत मांगी। इसके अलावा जुबैर पर विदेशी फंडिंग लेने का भी आरोप लगा है। जिस वजह से FIR में नई धाराएं लगाई गई हैं। वहीं दूसरी ओर जुबैर के वकील ने भी पटियाला हाउस कोर्ट में जमानत याचिका दायर की।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक जुबैर ने सबूत मिटाने की कोशिश की, साथ ही उसने काफी विदेशी चंदा इकट्ठा किया है। जिस वजह से अब उस पर 201, 120B, 35 FCRA धाराएं लगाई गई हैं। इसके अलावा उस पर साजिश रचने का भी आरोप है। पुलिस टीम को उसके पास से एक मोबाइल फोन और हार्ड डिस्क बरामद हुई है। हालांकि खबर ये भी आ रही कि जुबैर की शिकायत करने वाले ट्विटर यूजर ने अपना अकाउंट ही डिलीट कर दिया है। दिल्ली पुलिस इस बारे में भी जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
वहीं दूसरी ओर विदेशी फंडिंग का मामला सामने आते ही प्रवर्तन निदेशालय भी सक्रिय हो गया। सूत्रों के मुताबिक जुबैर के एक अकाउंट में पिछले तीन महीने में 56 लाख रुपये आए। जिस वजह से दिल्ली पुलिस ने ईडी को बैंक अकाउंट की डिटेल सौंप दी है। इसके अलावा उसे एफआईआर की कॉपी भी उपलब्ध करवा दी है, ताकि विदेशी फंडिंग का पूरा सच सामने आ सके।
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इन विदेशी शहरों से आया पैसा वहीं रेजरपे पेमेंट गेटवे ने जुबैर के अकाउंट की डिटेल दी है, जिससे पता चला कि जिन्होंने जुबेर को पैसे भेजे हैं, उनके फोन नंबर या अकाउंट नंबर विदेशी शहरों के हैं। इसमें बैंकाक, ऑस्ट्रेलिया, मनामा, उत्तरी हॉलैंड, सिंगापुर, विक्टोरिया, न्यूयॉर्क, इंग्लैंड, रियाद क्षेत्र, शारजाह, स्टॉकहोम, अबू धाबी, वाशिंगटन, कंसास, न्यू जर्सी, ओंटारियो, कैलिफ़ोर्निया, टेक्सास, लोअर सैक्सोनी, बर्न, दुबई, उसिमा, स्कॉटलैंड शामिल हैं। वहीं जुबैर की गिरफ्तारी के बाद जब सोशल मीडिया पर अभियान चला तो उसमें से ज्यादातर अकाउंट संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कुवैत और पाकिस्तान से थे।